नौकरी का झांसा देकर करोड़ों की ठगी, एसटीएफ ने सरगना समेत दो पकड़े

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या से यूपी एसटीएफ ने रेल मंत्रालय का सदस्य बताकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों लोगों से एसटीएफ बारीकी से पूछताछ कर रही है। दोनों नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। ठगी करने वाले एक आरोपी पर उत्तराखंड में ₹15000 का इनाम भी घोषित है।

रेल मंत्रालय का सदस्य बताकर अयोध्या के सर्किट हाउस में रह रहे अनूप चौधरी और उसके ड्राइवर फिरोज को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। यूपी एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि अनूप और फिरोज पर उत्तराखंड में ₹15000 का इनाम भी घोषित है। अनूप चौधरी ने जलवा काटने के लिए फर्जी पुलिसकर्मियों को भी सुरक्षा में तैनात कर रखा था। फर्जी पुलिसकर्मियों से भी यूपी एसटीएफ पूछताछ कर रही है। पूछताछ में पता चला कि फिरोज आलम नाम का जो ड्राइवर है वह अनूप की गाड़ी पिछले एक डेढ़ साल से चला रहा है। फिरोज ने बताया कि अनूप ने उसके दो आधार कार्ड बनवा कर दिए। अनूप चौधरी लोगों को ठगने के उद्देश्य से कई बड़े राजनीतिक नेताओं के साथ भी अपनी तस्वीर खींचकर सोशल मीडिया पर डालता था। अनूप चौधरी पर कई प्रदेशों में मुकदमे दर्ज हैं।

प्रशासन भी झांसे में, देता था प्रोटोकॉल
अनूप चौधरी उत्तराखंड में मुकदमे दर्ज होने और इनाम घोषित होने के बाद वहां से फरार होकर उत्तर प्रदेश के अलावा कई अन्य राज्यों में रहने लगा। अनूप गिरोह बनाकर वीआईपी ट्रीटमेंट दिखाकर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता था। अनूप चौधरी के साथ फर्जी सिक्योरिटी देखकर जिला प्रशासन भी उसे प्रोटोकॉल देता था।

कई राज्यों की पुलिस तलाश रही
यूपी एसटीएफ की जांच में पता चला है कि अनूप चौधरी के खिलाफ उत्तराखंड के नैनीताल, उत्तर प्रदेश के बरेली,शामिल, प्रयागराज, राजस्थान के जयपुर में भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इन राज्यों की पुलिस का यह आरोपी वांटेड भी है। हालांकि वह एक स्थान पर नहीं टिकता, ऐसे में पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहा था। बताया जाता है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद अब गैर प्रांतों की पुलिस भी बारी-बारी विधिक प्रक्रिया के तहत उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। ऐसे में अब वह जल्दी जेल से नहीं भाग सकेगा।

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