नई दिल्ली। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को लेकर ऐसा बयान दिया है कि वह सुर्खियों में हैं। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि आरएसएस भारत को बांट रहा है। वहीं इस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने जवाब दिया है।
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि धर्म, भाषा, जाति, संस्कृति के आधार पर संघ परिवार लोगों को बांट रहा है, देश के टुकड़े-टुकड़े कर रहा है। भारत जोड़ो यात्रा संघ परिवार के गलत काम की वजह से हो रही है, भारत को एक बार फिर से एकजुट करने की जरूरत है। मणिशंकर अय्यर ने यह बात कांग्रेस के स्थापना दिवस समारोह के दौरान आयोजित कार्यक्रम में कही। अय्यर से जब पूछा गया कि क्या भारत बंट गया है तो उन्होंने कहा कि मैं यह होते हुए देख सकता हूं, क्या आप नहीं देख सकते हैं, देश को तोड़ने की कितनी कोशिश हो रही है।
मणिशंकर अय्यर के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखा पलटवार किया है। पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस खुद राजस्थान से लेकर कर्नाटक तक टूटी हुई है, अब ये लोग एक बार फिर से सरदार पटेल को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। मणिशंकर अय्यर कहते हैं कि भारत टूटा हुआ है तो क्या सरकार पटेल भारत को जोड़ नहीं पाए, क्या राहुल गांधी यह काम करेंगे। भारत सिर्फ एक बार टूटा था और वह कांग्रेस के समय जब देश का बंटवारा हुआ था।
पूनावाला ने कहा कि मणिशंकर अय्यर जी को यह बताना चाहिए कि क्या सरदार पटेल और उनके योगदान को आप और कांग्रेस स्वीकार नहीं करते हैं। आज यह भारत जोड़ो नहीं है बल्कि भारत तोड़ो नफरत जोड़ो यात्रा है। मेधा पाटकर, जॉर्ज पोन्निअन जैसे लोग इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं, उससे साफ है कि यह भारत तोड़ो यात्रा है। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करती है।
वहीं इन्द्रेश कुमार ने कहा कि संघ ने हमेशा संविधान का प्रचार किया है, इसलिए किसी को भी इसके खिलाफ गलत नहीं बोलना चाहिए। आरएसएस नेता ने कहा कि कांग्रेस ने 1947 के विभाजन पर हस्ताक्षर किए। इससे करोड़ों लोग विस्थापित हुए और लाखों लोग मारे गए। यही नहीं, कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगाकर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का भी अपमान किया। ऐसे में कांग्रेसी किस मुंह से आरएसएस पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के राहुल गांधी की तुलना भगवान राम से करने वाले बयान पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि संघ एक राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक आंदोलन है। इसका उद्देश्य देश व समाज को एकता के सूत्र में पिरौना है। उसे सभ्य बनाना है और वह यह काम हमेशा करता आया है और करता रहेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का ज्ञान बेहद सीमित है। वह ‘जय श्री राम’ और ‘जय सिया राम’ के बीच के अंतर को भी नहीं समझ सकी। इसलिए हम कांग्रेस के प्रति सिर्फ और सिर्फ सहानुभूति ही रख सकते हैं और चाहते हैं कि इसके नेता आत्मनिरीक्षण करें।