स्वामी के बयान पर सियासी घमासान, सीएम से कार्रवाई की मांग

लखनऊ। स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों के बाद कांग्रेस नेता और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने भी स्वामी प्रसाद के प्रति नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने योगी सरकार से हिंदू देवी देवताओं पर टिप्पणी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांगती है। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर पलटवार करते हुए अखिलेश पर भी निशाना साधा है।

दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी पत्नी की पूजा करते हुए दीपावली के पर्व पर ट्विटर पर तस्वीर पोस्ट कर मां लक्ष्मी के प्रति टिप्पणी की थी। स्वामी प्रसाद मौर्य इससे पहले भी कई बार हिंदू धर्म और देवी देवताओं को लेकर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं। इनकी विवाह टिप्पणियों को लेकर अयोध्या के एक संत द्वारा स्वामी प्रसाद को गोली मारने पर इनाम की घोषणा भी की गई। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मां लक्ष्मी पर विवादित टिप्पणी करने पर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से कहा है कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। आचार्य ने सपा नेता द्वारा एक दिन पूर्व मां लक्ष्मी पर विवादित बयान देने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना आज कल फैशन बन गया है। इस फैशन में सपा नेता सबसे आगे रहते हैं।

भाजपा प्रत्याशी का स्वामी पर जवाबी हमला
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर पलटवार करते हुए ट्विटर के माध्यम से कहा कि रामायण के अपमान पर चुप रहे। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की माता महालक्ष्मी जी के अपमान पर भी चुप्पी ये साबित करती है कि सपा प्रमुख ने ही स्वामी प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय महासचिव बनाकर सनातन हिंदू धर्म के अपमान का एजेंडा सौप रखा है। ये भी साबित हो गया है कि सपा प्रमुख का खुद को हिंदू बताना, विष्णु जी और परशुराम जी का मंदिर बनवाने की घोषणा और अपने पूजा पाठ का प्रचार कराना सब ढोंग है। अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के कारण सपा प्रमुख हिंदू धर्म का अपमान कराने से बाज नहीं आने वाले। स्वामी प्रसाद मौर्य तो मानसिक रूप से दिवालिया हो गए है। वास्तव में उनके बयानों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ही की सोच है। सपा प्रमुख हिंदू धर्म और देवी देवताओं को अपमानित कराना बंद करे।

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