बर्मिंघम। कॉमनवेल्थ खेलों के इतिहास में पहली बार महिला क्रिकेट का आयोजन हुआ और भारत ने एक सुनहरा मौका हाथ से गंवा दिया। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने रोमांचक जीत दर्ज की। आखिरी ओवर में भारतीय महिलाओं को 11 रन बनाने थे और उसके सिर्फ दो ही विकेट बचे थे। मगर शुरुआती 3 गेंद में ही टीम ऑलआउट हो गई और 9 रन से खिताबी मुकाबला गंवा दिया।
खचाखच भरे स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। बेथ मूनी के अर्धशतक की मदद से भारत के जबरदस्त क्षेत्ररक्षण के बावजूद आठ विकेट पर 161 रन बनाए। जवाब में भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। तीन ओवर के भीतर ही दोनों ओपनर यानी स्मृति मंधाना (6) और शेफाली वर्मा (11) पवेलियन लौट गईं। यहां से कप्तान हरमनप्रीत कौर (43 गेंद में 65 रन) और जेमिमा रोड्रिग्ज (33 गेंद में 33 रन) ने काउंटर अटैक किया। दोनों के बीच 96 रन की पार्टनरशिप हो चुकी थी।
भारत का स्कोर एक समय 118 रन पर 2 विकेट था। लेकिन जेमिमा रोड्रिग्स (33) का विकेट गिरते ही मानों विकेटों की झड़ी लग गई। सेट बल्लेबाज कप्तान हरमनप्रीत कौर भी 65 रन बनाकर आउट हो गईं। इसके बाद देखते ही देखते भारत ने 34 रनों में 8 विकेट गंवा दिए। परिणामस्वरूप पूरी भारतीय टीम 19.3 ओवर में 152 रनों पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला 9 रनों से जीत लिया। भारतीय टीम बेहद रोमांचक मुकाबले में लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई लेकिन एजबेस्टन में मौजूद हजारों दर्शकों के दिल में जगह जरूर बना ली।
भारतीय फील्डर्स का जोरदार खेल
टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर रही भारतीय तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर ने खतरनाक एलिसा हीली को जल्दी पगबाधा आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई थी। अंपायर ने डीआरएस पर गेंदबाज के पक्ष में फैसला दिया। इसके बाद मूनी (41 गेंद में 61 रन) और कप्तान मेग लानिंग (26 गेंद में 36 रन) ने 78 रन की साझेदारी की। लानिंग ने रेणुका को मिड आफ में मैच का पहला छक्का जड़ा। आम तौर पर आलोचना झेलने वाले भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने शानदार प्रदर्शन किया। पहले लानिंग को रन आउट किया और उसके बाद दीप्ति शर्मा तथा राधा यादव ने बेहतरीन कैच लपके।
दीप्ति शर्मा का एक हाथ से कैच
दीप्ति ने एक हाथ से कैच लपककर मूनी को रवाना किया जबकि राधा ने ताहलिया मैकग्रा का कैच डाइव लगाकर बैकवर्ड प्वाइंट पर लपका। मैकग्रा कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद यह मैच खेल रही थी। ऑस्ट्रेलिया एक समय 180 रन की तरफ बढता दिख रहा था, लेकिन भारत ने आखिरी पांच ओवरों में 35 रन देकर पांच विकेट चटकाते हुए अच्छी वापसी की। रेणुका ने चार ओवर में 25 रन देकर दो विकेट लिए जबकि स्नेह राणा ने दो विकेट लिए, लेकिन चार ओवर में 38 रन दे डाले।
सिल्वर से करना पड़ा संतोष
इसी के साथ पहली बार शामिल महिला क्रिकेट टूर्नामेंट में भारतीय टीम को सिल्वर से संतोष करना पड़ा। यह दोनों टीमें इससे पहले टूर्नामेंट के ग्रुप ए के पहले मैच में भी आमने-सामने थीं। उस मैच में भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3 विकेट से हराया था। लेकिन उसके बाद से भारतीय टीम ने मुड़कर नहीं देखा और पहले पाकिस्तान फिर बारबाडोस को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। इसके बाद रोमांचक सेमीफाइनल में हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली टीम ने इंग्लैंड को 4 रनों से हराया और फाइनल में जगह बनाई थी।