बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली महिला पहलवान दिव्या काकरान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि, वह 20 साल से दिल्ली में रह रही हैं लेकिन कभी उन्हें कोई इनाम नहीं दिया गया। साथ ही उन्होंने सीएम से सम्मानित करने की मांग की है।
भारतीय युवा पहलवान दिव्या काकरान ने राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं कुश्ती प्रतियोगिता के 68 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इसके लिए अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी थी। दिव्या काकरान ने रविवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, ”मेडल की बधाई देने पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री जी को तहे दिल से धन्यवाद, मेरा आपसे एक निवेदन है कि मैं पिछले 20 साल से दिल्ली में रह रही हूं और यहीं अपने खेल कुश्ती का अभ्यास कर रही हूं, परंतु अब तक मुझे राज्य सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि नहीं दी गई और ना कोई मदद दी गई। मैं आपसे इतना निवेदन करती हूं कि जिस तरह आप अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित करते हैं जो दिल्ली के होकर किसी और स्टेट से भी खेलते हैं उसी तरह मुझे भी सम्मानित किया जाए।”
इसके साथ ही दिव्या ने साल 2018 का एक वीडियो शेयर कर कहा है कि ऐसा लगता है कि समय ने खुद को दोबारा दोहराया है। सब कुछ पहले जैसा ही है, ना कल मेरे लिए कुछ किया गया था ना ही अब।
बता दें दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने खिलाड़ियों को पुरस्कृत करने की घोषणा की थी। दिव्या को 10 लाख रुपये इनाम दिया जाना था लेकिन यह वादा अब तक पूरा नहीं हो सका है। दिव्या साल 2018 से यह मुद्दा उठा रही हैं।
गरीब परिवार से आने वाली दिव्या ककरान ने महिलाओं के 68 किलो वर्ग में कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में टोंगा की टाइगर लिली को महज 26 सेकेंड में हराकर कांस्य पदक जीता था। हालांकि, दिव्या काकरान फ्रीस्टाइल 68 किग्रा क्वार्टरफाइनल में नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से तकनीकी श्रेष्ठता (0-11) से हार गईं थीं, जिससे वह रेपेशाज में उतरीं।
आर्थिक तंगी के बावजूद दिव्या ने हार नहीं मानी और देश और दुनिया की कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। दिव्या वर्तमान में 68 किलो भार वर्ग में कुश्ती करती हैं।