भारतीय पहलवानों ने एक ही दिन में भारत को जिताए 3 गोल्ड

बर्मिंघम। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय पहलवानों ने अपना जलवा बिखेर दिया है। बर्मिंघम में शुक्रवार का दिन पूरी तरह से भारतीय रेसलिंग के नाम रहा। भारतीय पहलवानों ने तीन गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है।

कॉमनवेल्थ गेम्स के 8वें दिन रेसलिंग के इवेंट आयोजित हुए। सबसे पहले बजरंग पूनिया ने मेन्स की 65 KG फ्रीस्टाइल कैटेगिरी के फाइनल मुकाबले में कनाडा के लचलान मैकनील को 9-2 से हराकर गोल्ड मेडल जीता। बजरंग ने सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के जॉर्ज रैम को 10-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। जॉर्ज रैम को रेसलिंग में सबसे धाकड़ खिलाड़ी माना जा रहा था।

बजरंग पूनिया के बाद साक्षी मलिक ने भारत को 8वां गोल्ड मेडल दिलाने का काम किया। साक्षी मलिक ने 62 किग्रा. श्रेणी फ्रीस्टाइल के फाइनल में कनाडा की गोडिनेज गोंजालेज को हराकर गोल्ड मेडल जीता। साक्षी ने विपक्षी खिलाड़ी को चित कर चार अंक हासिल किए और मुकाबला जीता। साक्षी मलिक ने कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार गोल्ड जीता है। इससे पहले उन्होंने 2014 में सिल्वर और 2018 में ब्रॉन्ज मेडल जीत था।

कुश्ती में सबसे दिलचस्प मुकाबला दीपक पूनिया और पाकिस्तानी खिलाड़ी मोहम्मद इमान के बीच का था। बजरंग और साक्षी मलिक के बाद दीपक पूनिया ने भी 86 किग्रा. फ्रीस्टाइल श्रेणी में मोहम्मद इनाम को 3-0 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। दीपक पूनिया ने भारत को 9वां गोल्ड मेडल दिलाया। दीपक पूनिया ने क्वार्टर फाइनल में दीपक ने शेकू कससेगबामा को 10-0 से मात दी थी।

एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज भी आए
गोल्ड मेडल के अलावा रेसलिंग में भारतीय रेसलर्स ने एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल भी जीते हैं। सबसे पहले अंशु मलिक ने महिलाओं के 57 किग्रा. कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता। अंशु मलिक गोल्ड की दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन फाइनल में नाइजीरिया की ओडुनायो अदेकुओरोये ने उन्हें 7-3 से हरा दिया। ओडुनायो ने कॉमनवेल्थ में लगातार तीसरा गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके अलावा दिव्या काकरान ने फ्रीस्टाइल 68 किग्रा श्रेणी में टोंगा की लिली कॉकर को 2-0 से हराकर ब्रॉन्ज जीता तो वहीं मोहित ग्रेवाल ने भी 125 किग्रा. की कैटेगिरी में ब्रॉन्ज जीता।

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