कम पढ़े-लिखे लोग बढ़ाते हैं जनसंख्या, मजहब से लेना-देना नहीं: सपा सांसद टी हसन

संभल। सीएम योगी के जनसंख्या नियंत्रण वाले बयान पर समाजवादी पार्टी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बाद एक और सपा सांसद डॉ एसटी हसन का जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बयान आया है। एसटी हसन ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद के जमाने से ही इस्लाम में बहुत सी जगहों पर जनसंख्या नियंत्रण किया गया। उन्होंने ये भी कहा कि देश के लोग इस बात से कभी नहीं डरे कि क्या खाएंगे और क्या पिलाएंगे। हर हिंदुस्तानी का ये मानना है कि जो पैदा करता है वो खाने का इंतजाम भी करता है।

एसटी हसन ने कहा कि जनसंख्या का ताल्लुक जहालत से है। उन्होंने ये भी कहा जो लोग कम पढ़े लिखे हैं या पढ़े लिखे नहीं हैं वही जनसंख्या बढ़ रही है। इसका मजहब से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग 21वीं सदी में रह रहे हैं वो जानते हैं कि ज्यादा बच्चे पैदा करने का ताल्लुक जहालत से है ना कि इसका मजहब से कोई लेना देना है। कम तालीम की वजह से लोग ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं फिर चाहे वो हिंदू हों, मुसलमान हों, एससी हों, एसटी हो या कोई और हो।

इससे पहले सपा सांसद सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा था कि खुदा जब किसी को पैदा करने का इरादा करता है तो वो उसके खाने का भी इंतजाम करता है। उन्होंने कहा था कि बच्चे इंसान पैदा नहीं करता बल्कि कुदरत बच्चे को जन्म देती है और उसके खाने पीने का इंतजाम करती है।

बता दें सीएम योगी ने विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ना चाहिए लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि जनसांख्यिकी असंतुलन पैदा न हो। ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की गति और प्रतिशत ज्यादा हो और मूल निवासियों के बीच जागरुकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या को नियंत्रित कर दिया जाए।

वहीं जनसंख्या से जुड़े मुद्दे पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा, ‘अराजकता आबादी से नहीं, लोकतांत्रिक मूल्यों की बरबादी से उपजती है।’ अखिलेश के इस ट्वीट को यूपी के सीएम योगी के दिए गए बयान के पलटवार के रूप में देखा जा रहा है।

Exit mobile version