कारोबार में निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर करोड़ों ठगे, जालसाज गिरफ्तार

दिल्ली। आर्थिक अपराधा शाखा ने राजस्थान में ग्रेनाइट कारोबार में निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले 70 वर्षीय जालसाज को शाहदरा से उसके सहयोगी समेत गिरफ्तार किया है। एक मामले में वांछित सहयोगी की सीबीआई को तलाश थी। उसे सीबीआई को सौंप दिया गया है।

जालसाज अदालत से भगोड़ा करार था और उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह पिछले सात साल से से एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में घूम रहा था। वह संपत्ति के फर्जी कागजात बैंकों में गिरवी रखकर करोड़ों की ठगी कर चुका है। उसके खिलाफ सीबीआई सहित अन्य जगहों पर ठगी के चार मामले दर्ज हैं। उससे पूछताछ की जा रही है।

शाखा की संयुक्त आयुक्त छाया शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार जालसाज की पहचान वसंत विहार निवासी प्रदीप पालीवाल (70) के रूप में हुई है। उसके साथी का नाम विनायक भट्ट है। वर्ष 2017 में शकुंतला नामक महिला ने जालसाज के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा में धोखाधड़ी और ठगी की शिकायत की थी। उसने बताया कि जालसाज प्रदीप से उसकी मुलाकात 2014 में हुई थी।

उसने राजस्थान में ग्रेनाइट खनन के अपने कारोबार में 20 करोड़ रुपये निवेश करने के लिए उसे प्रेरित किया। इसके बदले में प्रतिमाह 50 लाख रुपये देने का आश्वासन दिया। इसके बाद उसने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद 20 करोड़ रुपये निवेश कर दिए। आरोपी ने शिकायतकर्ता के नाम से भीलवाड़ा के मंडी गांव में 1.4 हेक्टेयर भूमि खरीदी। बाद में पता चला कि उसका मंडी गांव में ग्रेनाइट का कोई कारोबार नहीं है। जब उसने पैसे वापस मांगे तो आरोपी मुकर गया। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदलता रहा। वह कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, पंजाब और दिल्ली सहित कई राज्यों में रहा।

ऐसे पकड़ा गया आरोपी
एक साल पहले पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि वह राजस्थान नंबर की पजेरो एसयूवी कार का इस्तेमाल करता है। वह किसी भी जगह पर 24 घंटे से ज्यादा नहीं रहता। पुलिस से बचने के लिए वह कार के चालक बदलता रहता है और अपने परिवार से भी दूरी बनाकर रखता है। यह भी पता चला कि वह टेलीग्राम खातों का इस्तेमाल करता है और जिम्बाब्वे के मोबाइल नंबर पर व्हाट्स एप खाते का इस्तेमाल करता था।

उसे पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमों को बेंगलूरु, राजस्थान, पूर्वी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया गया। उसकी लोकेशन पार्क होटल, शाहदरा की मिली। पुलिस ने होटल पहुंचकर वहां पार्क वाहनों की जांच की तो राजस्थान नंबर की पजेरो एसयूवी खड़ी मिल गई। इसके मालिक की पहचान श्रद्धा जैन के रूप में हुई। वह आरोपी प्रदीप का पार्टनर था।

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