भारतीय वायुसेना के सिख पायलट हिंदू अधिकारियों से नाराज हैं? जानिए इसकी सच्चाई

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत को लेकर दिए गए बयान के बाद चर्चाओं के साथ अब झूठी खबरों का दौर भी शुरू हो गया है। ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत की भूमिका होने की आशंका जताई थी। अब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है कि भारतीय वायुसेना यानी IAF में सिख पायलटों को अपमान का सामना करना पड़ा रहा है। हालांकि इसकी सच्चाई कुछ और है।

पोस्ट के मुताबिक, ‘ब्रेकिंग! भारतीय वायुसेना के एक अंदर के सूत्र ने दावा किया है कि अधिकांश सिख पायलटों ने अपना ड्यूटी निभाने से इनकार कर दिया है, क्योंकि उनके हिंदू सीनियर नियमित रूप से उनका अपमान करते थे।’

फर्जी है दावा
भारतीय वायुसेना और प्रेस इंफर्मेशन ब्यूरो यानी PIB ने इसे फर्जी न्यूज करार दे दिया है। सेना का कहना है, ‘यह जानकारी सही नहीं है और अफवाहें फैलाने के इरादे से पोस्ट की गई है।’ साथ ही IAF ने ऐसी अफवाहों से सतर्क रहने की सलाह दी है। PIB ने भी वायुसेना की तरफ से जारी अपडेट को रिपोस्ट किया है। इस मामले में भारतीय वायु सेना के आधिकारिक (X) अकाउंट पर वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करके इसे फर्जी बताया गया है। वायु सेना ने लिखा, “यह जानकारी भ्रामक है और अफवाह फैलाने की मंशा से शेयर की गई है।”

इससे पहले दावा किया गया था कि भारत की राष्ट्रपति भवन से सिख सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया है। पोस्ट में दावा किया गया, ‘साथ ही भारतीय सेना सिख सैनिकों को घर जाने के लिए छुट्टी देने से इनकार कर रही है। उन्हें डर है कि मोदी अगले इंदिरा हो सकते हैं।’

सेना ने कर दिया इनकार
भारतीय सेना (ADG PI) की ओर से इस दावे को गलत बताया गया है। ‘X’ पर पोस्ट के मुताबिक, ‘दुश्मन एजेंट्स की तरफ से सोशल मीडिया पर भारतीय सेना के सैनिकों के खिलाफ झूठी खबरें और नफरत फैलाई जा रही है। ऐसी फर्जी खबरों से खुद को सुरक्षित रखें।’ PIB यानी प्रेस इंफर्मेशन ब्यूरो के फैक्ट चेक की ओर से भी इस दावे का खंडन किया गया है। PIB ने कहा कि यह दावा फर्जी और और तनाव पैदा करने के इरादे से साझा किया गया है और ‘ऐसे कोई भी फैसला नहीं लिया गया है।’

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