पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri Clarify) से पिछले दिनों पूर्व सीएम कमलनाथ ने बागेश्वर धाम जाकर मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने मंदिर में हनुमानजी की पूजा की थी। अब सोशल मीडिया पर एक न्यूज पेपर की कटिंग के साथ एक पोस्टर वायरल है। वायरल पोस्टर में यह कहा जा रहा है कि बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कांग्रेस के लिए 121 किमी की पदयात्रा निकालेंगे। कमलनाथ ने पिछले दिनों इसी सिलसिले में मुलाकात की थी। इसे वायरल होने का बाद बागेश्वर धाम की तरफ से सफाई दी गई है। साथ ही इस खबर का खंडन किया गया है।
सोशल मीडिया में वायरल अखबार की कटिंग में लिखा है 2023 में होने वाले मध्य प्रदेश के चुनाव में बागेश्वर धाम की भूमिका अहम रहने वाली है। खबर के मुताबिक बीते दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने लगभग आधे घंटे तक बंद कमरे में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात कर चर्चा भी की थी। जिसके बाद अब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 121 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकलेंगे।
सीएम शिवराज के भी धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात की खबर
मध्य प्रदेश में तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही इस खबर में आगे लिखा है- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा कमलनाथ को समर्थन देने की भनक लगते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिलने पहुंचे लेकिन तब तक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कांग्रेस को समर्थन देने के लिए आश्वासन दे चुके थे।
जाहिर है इस खबर के वायरल होते ही सोशल मीडिया के गलियारे में बाबा बागेश्वर के राजनीति में उतरने के कयास लगाए जाने लगे। इंडिया टीवी की टीम ने इस खबर के फैक्ट चेक के लिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कोर कमेटी के मेंबर सुंदर रैकवार से बात की।
खबर पूरी तरीके से झूठी -सुंदर रैकवार
सुंदर रैकवार ने इंडिया टीवी से विशेष बातचीत में साफ किया 121 किलोमीटर की पैदल यात्रा निकालने की खबर पूरी तरीके से झूठी और असत्य पर आधारित है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना और सामाजिक समरसता का जनमानस में भाव जगाने के लिए गांव गढ़ा से ओरछा के रामराजा मंदिर दरबार तक पदयात्रा निकालने वाले हैं। बागेश्वर धाम सरकार पहले भी सार्वजनिक मंचों से कह चुके हैं कि उनकी एक ही पार्टी है हनुमान जी की पार्टी। जिसका एक ही झंडा है भगवा ध्वज ।इस तरीके की खबरों से सनातन धर्म का नुकसान पहुंचाने की साजिश साफ नजर आती है यह खबर बागेश्वर धाम को बदनाम करने की कोशिश है।
पीठ का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं-रैकवार
सुंदर रैकवार ने इंडिया टीवी से कहा बागेश्वर धाम एक धार्मिक पीठ है जहां कांग्रेस भाजपा समेत तमाम दलों के नेता बालाजी के पास हाजिरी भरने आते हैं। पीठ का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं।
बागेश्वर धर्म सरकार ने ट्वीट खबर को भ्रामक बताया
वही इस खबर के वायरल होते ही बागेश्वर धर्म सरकार ने ऑफिशियल ट्वीट करके इस खबर को पूर्णता गलत और भ्रामक बताया लिखा कि ‘ पूज्य गुरुदेव बागेश्वर धाम सरकार न किसी राजनीतिक पार्टी के पक्ष में है और न रहेंगे” “गुरुदेव भगवान की सिर्फ एक ही पार्टी है हनुमान जी की पार्टी जिस का झंडा है भगवा ध्वज” इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम को सोशल मीडिया में वायरल यह खबर फेक नजर आई।