मेरी मौत की जिम्‍मेदार मेरी प्रेमिका, सुसाइड नोट लिखकर डॉक्‍टर ने दी जान

प्रयागराज। रायबरेली एम्‍स के डॉक्टर सुभाष यादव ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह देर तक सुभाष का मोबाइल नहीं उठा तो शक हुआ। पड़ोस के लोग पहुंचे तो कमरा अंदर से बंद मिला। जार्जटाउन पुलिस ने कमरा खोला तो डॉक्टर सुभाष फंदे से लटकते मिले। कमरे में दो पेज का सुसाइड नोट मिला।

मऊआईमा थाना क्षेत्र के छीमीताल रसूलपुर गांव के रहने वाले अभिमन्यु यादव का बेटा डॉक्टर सुभाष यादव (28) जार्जटाउन थाना क्षेत्र के अल्लापुर इलाके में किराए का मकान लेकर रहता था। बुधवार रात सुभाष ने कई लोगों से बातचीत की थी। परिवार वालों का कहना है कि गुरुवार सुबह साढ़े चार बजे तक वह ऑनलाइन थे। इसके बाद किसी वक्त डॉक्टर ने फांसी लगा ली। जार्जटाउन पुलिस जब कमरे पर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस को शव के पास ही दो पेज का सुसाइड नोट मिला है।

पिता अभिमन्यु यादव ने सुसाइड नोट देख बेटे की हैंडराइटिंग की पुष्टि की। इसके बाद परिवार वालों ने थाने पहुंच मुकदमा दर्ज करा दिया। सुभाष चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। उनकी एक बहन भी है। बड़े भाई पवन कुमार रियल एस्टेट कारोबारी हैं। थाने पहुंचे पवन ने बताया कि सुभाष कई महीनों से बहुत ज्यादा परेशान था। पूरी रात जागता था। चंद्रप्रभा ने उसका जीना हराम कर दिया था। पवन के मुताबिक, सुभाष ने ही नौ लाख रुपये का इंतजाम कर चंद्रप्रभा की एसआरएन अस्पताल में नौकरी लगाई थी। काफी रुपये उसने अपने दोस्तों से लिए थे। रुपये वापस मांगने पर उसे धमकी दी जा रही थी।

न जीनें देंगे न मरने, बस यूं ही तड़पाते रहेंगे
खुदकुशी से पहले डॉक्टर सुभाष ने दो पेज के सुसाइड नोट में अपनी जिंदगी के पूरे दर्द को उकेरा है। डॉक्टर ने लिखा है कि चंद्रप्रभा और शिवराज मुझे महीनों से परेशान कर रहे और मारना चाहते हैं। हम बेवकूफ समझ नहीं पाए, चंद्रप्रभा ने हमें प्यार के जाल में फंसाया और पूरा घर मिलकर लूटने लगा। मेरे ऊपर कोर्ट मैरिज का दबाव बना रहे थे। फैमिली की वजह से हम नहीं माने।

हमने चंद्रप्रभा की नौकरी लगवाई नौ लाख रुपये देकर। धीरे-धीरे सब बदल गया। ये लड़की न तो खुद शादी कर रही है न मुझे करने दे रही। मेरी शादी जहां लगती है, तुड़वा देती है। इसका भाई आए दिन कहता है तुम्हें बलात्कार के केस में फंसवा देंगे। हर महीने हजारों रुपये देने पड़ते हैं। कहते हैं न जीने देंगे न मरने देंगे, ऐसे ही तड़पाते रहेंगे। मैं प्यार के चक्कर में बर्बाद हो गया। मेरी मौत और परिवार की बर्बादी की जिम्मेदार यही दोनों हैं।

जार्जटाउन थाना प्रभारी धीरेंद्र सिंह के मुताबिक, सूचना पर पुलिस पहुंची तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। सुसाइड नोट के आधार पर प्रेमिका और उसके भाई को नामजद किया गया है। दोनों से पूछताछ की जाएगी।

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