उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक चूक का खामियाजा महिला को अपनी गोद उजाड़कर भुगतना पड़ा। पानी के धोखे में उसने सालभर के बेटे को तारपीन का तेल पिला दिया। इससे बच्चे की मौत हो गई। इस हादसे के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
घटना बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के जोगीकोट गांव की है। गांव के नूर आलम के डेढ़ साल के बच्चे तोहा को प्यास लगी। नूर की पत्नी ने बेटे को धोखे से पानी की जगह कोई कीटनाशक पिला दिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। परिजन उसे बांगरमऊ अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज के बाद हालत नाजुक देख रेफर कर दिया। इसके बाद बच्चे को लखनऊ में भर्ती कराया गया। यहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। बच्चे का शव लेकर परिजन घर लौट आए। ग्रामीणों के अनुसार कुछ दिन पहले नूर आलम के भाई की बारात थी। तब घर में पुताई हुई थी, तभी तारपीन आया था, जो बोतल में पचा रखा था, जिससे धोखा हो गया। बताया गया नूर आलम का दो साल पहले निकाह हुआ था, जिससे उनका पहला पुत्र था।
मजदूरी करता है पिता
पिता गांव में मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करता है। ग्राम प्रधान बबलू ने बताया कि पानी की बोतल के बगल में घर में पेंट में मिलाने वाला तारपीन रखा था। पानी के धोखे में मां ने बेटे को पिला दिया था, जिससे उसकी हालत बिगड़ने पर अस्पताल ले गए, जहां दम तोड़ दिया। डा सागर सिंह ने बताया परिजन देर रात बच्चे को लेकर सीएचसी आए थे। बताया गया कि उसे धोखे से कोई कीटनाशक पिला दिया है। हालत गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया था।