WhatsApp और ChatGPT बनेगी किसानों की मददगार, खत्म होगा सरकारी दफ्तर का झंझट

दिल्ली। मोदी सरकार खेती और किसानों को हाईटेक बनाने के मकसद से एक नई WhatsApp स्कीम ला रही है, जो कि ChatGPT बेस्ड टेक्नोलॉजी पर काम करेगी। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी यानी MeitY एक नई स्कीम ला रही है, जिससे आने वाले दिनों में खेती से जुड़ी सारी जानकारी हासिल की जा सकेगी। इससे किसानों की काफी मदद हो सकेगी। केंद्र सरकार की तरफ से ChatGPT पॉवर्ड WhatsApp चैटबॉट पेश किया जा रहा है। साधारण शब्दों में कहें, तो WhatsApp से किसान किसी भी सरकारी स्कीम और खेती से जुड़ी जानकारी ले सकेंगे। इससे आने वाले दिनों में किसानों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक MeitY ने एक टीम गठित की है, जिसे भाषिणी नाम दिया गया है। यह टीम OpenAI के Chatbot पॉवर्ड WhatsApp की टेस्टिंग कर रही है। बता दें कि ChatGPT एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तरफ से जटिल सवालों के सिंपल जवाब दिए जाते हैं। नई रिपोर्ट के मुताबिक ChatGPT पॉवर्ड WhatsApp चैटबॉट वॉइस नोट्स के जरिए सवाल पूछ सकेंगे। यह उन यूजर्स के लिए बेहद सुविधाजनक होगा, जिन्हें स्मार्टफोन पर टाइपिंग करने में दिक्कत होती है। Microsoft सीईओ सत्या नडेला ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में इसी तरह के आइडिया का जिक्र किया था।

12 भाषाओं का मिलेगा सपोर्ट
हालांकि ChatGPT मौजूदा वक्त में केवल अंग्रेजी भाषा को सपोर्ट करता है। हालांकि किसानों के लिए रोलआउट किए जाने वाले ChatGPT बेस्ड WhatsApp 12 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करेगा। इसमें अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, मराठी, बंगाली, कन्नड़, ओडिशा, असमी भाषाओं का सपोर्ट मिलेगा। वही बाद में कई अन्य भाषाओं को जोड़ा जाएगा।

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