नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर पुराने नोटों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों के साथ यह दावा किया जा रहा है कि गांधी की तस्वीर वाले नोटों को 1996 के बाद देश के ऊपर थोपा गया। 1996 से पहले गांधी की जगह नोटों पर अशोक स्तंभ हुआ करता था। वायरल तस्वीरों में 1 रुपए से लेकर 100 रुपए के नोट दिखाए गए हैं और इन पर महात्मा गांधी की जगह अशोक स्तंभ की फोटो लगी हुई है।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक इस दावे को भ्रामक बताया गया है। नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर 1996 से बहुत पहले छपने लगी थी और उनकी फोटो ने अशोक स्तम्भ का स्थान नहीं लिया। इंडिया टुडे ने अपनी जांच में न्यू इंडियन एक्सप्रेस के साल 2018 के एक आर्टिकल का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि महात्मा गांधी की तस्वीर पहली बार नोटों पर 1969 में छपी थी। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बनाए गए पुराने भारतीय नोटों के डिजिटल संग्रहालय में इस तथ्य की जांच पड़ताल करने पर पता चला कि आजादी के बाद आरबीआई ने साल 1969 में महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ 1 रुपए से 100 रुपए के नोट जारी किए थे जिसे ‘महात्मा गांधी शताब्दी अंक’ करार दिया गया था। 1 रुपए के नोट के अलावा सभी करेंसी नोटों की पृष्ठभूमि में महात्मा गांधी को सेवाग्राम आश्रम में बैठे हुए दिखाया गया जबकि नोट के दूसरी तरफ अशोक स्तम्भ की फोटो लगाई गई थी।
महात्मा गांधी दूसरी बार 1987 में नोटों पर दिखाई दिए। उस वर्ष पहली बार आरबीआई ने 500 रुपए के नोटों की शुरुआत की थी। यहां गांधी का चित्र वैसा ही दिखाई दिया जैसा आज दिखाई देता है। लायन कैपिटल का वॉटरमार्क मुद्रा में बना रहा, लेकिन इसे नीचे बाईं ओर खिसका दिया गया और आकार में छोटा कर दिया गया। इसके बाद साल 1996 में आरबीआई ने महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ 5 रुपए और 1000 रुपए के नोट जारी किए, हालांकि 500 और 1000 रुपए के नोट 8 नवंबर 2016 को लागू की गई नोटबंदी के बाद चलन से बाहर हो गए।
जांच पड़ताल में यह सामने आया कि गांधी की तस्वीर से अशोक स्तम्भ की तस्वीर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। हालांकि जब 1980 में आरबीआई ने नोटों का नया सेट जारी किया तो अशोक स्तम्भ को 5 रुपए के नोट के बीच में खिसका दिया गया। इसके अलावा यह तब कया गया जब नोटों पर गांधी के चित्र नहीं थे। जांच पड़ताल के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि महात्मा गांधी की फोटो 1996 से पहले ही नोटों पर अंकित थी और इसने अशोक स्तम्भ की जगह नहीं ली।