जोधपुर। जोधपुर में शादी के नाम पर दो बच्चों की मां से विवाह करवाने और दो लाख रुपये हड़पने का मामले सामने आया है। जोधपुर के महामंदिर निवासी प्रदीप दवे ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जोधपुर के समक्ष परिवाद पेश किया। उन्होंने बताया कि बालोतरा निवासी कैलाश दवे ने परिवादी की मां को बताया था कि वह रुपये लेकर विवाह करवाता है और कई विवाह करवा चुका है। उसने परिवादी अपनी बातों में लेकर दो बच्चों की मां से शादी करवा दी। शादी के बाद महज एक रात्रि होटल में विश्राम करने के बाद ही तथाकथित बहू नाटक करने लगी और खुद के शादीशुदा होने के साथ ही उसके दो बच्चे पहले से होने की बात कही। इसके बाद परिवादी ने मामले में अदालत की शरण ली है। मामले में न्यायालय ने आगामी तारीख 19 जुलाई नियत की है।

मामले में बिचौलिए बालोतरा निवासी कैलाश दवे ने परिवादी की मां को बताया था कि विवाह करवाने में उसकी पैठ है। बातचीत करने पर कैलाश द्वारा दो लाख लेकर विवाह करवाने की बात कही तथा विवाह में लगने वाला खर्च अलग से बताया। बाद में मोबाइल पर मार्फत फोटो भी भेजवाया। इसके बाद कैलाश पर भरोसा करके कैलाश को जोधपुर में दो लाख रुपये भी दे दिए गए। विवाह के लिए परिवादी उसके माता-पिता अन्य रिश्तेदार जोधपुर से दिल्ली होकर मेरठ पहुंचे, जहां अधिवक्ता मोहम्मद खालिद के चेंबर में विवाह नामा और मैरिज सर्टिफिकेट का दस्तावेज बनाया गया। परिवादी के अनुसार, विवाह की कार्यवाही अधिवक्ता के कार्यालय में संपन्न हुई। अधिवक्ता द्वारा कोविड-19 का बोलकर न्यायालय परिसर में विवाह संबंधित औपचारिकताओं पर रोक लगा होना बताकर चेंबर में ही मांग भरवा कर मंगलसूत्र पहना कर सर्टिफिकेट जारी कर 11000 रुपये लेकर परिवादी को रवाना कर दिया।

परिवादी तथाकथित पत्नी को लेकर जोधपुर पहुंचा, जहां एक होटल में रात्रि विश्राम किया। सुबह उठने पर तथाकथित बहू नाटक करने लगी, रोने-धोने लगी। उसने बताया कि वह शादीशुदा है, उसके दो बच्चे हैं उसको घर जाने दिया जाए, नहीं तो वह आत्महत्या कर लेगी। तब परिवादी के माता-पिता ने रिश्तेदारों से बात की कैलाश दवे से भी बात की। मामले में बिचौलिया भी 17 जुलाई को जोधपुर पहुंचा, जहां पर कैलाश ने 200000 वापस देने का कहा तथा अनु को अपने साथ भेजने की बात कही। परिवादी द्वारा कैलाश दवे लुटेरी दुल्हन अनु देवी, दलाल दीवान मीना दवे, मोहम्मद खालिद एडवोकेट राधा, शांति, बॉबी व इस मामले में शामिल अन्य अभियुक्तगण के विरुद्ध न्यायालय में एडवोकेट रुचि परिहार, कांता राज पुरोहित के मार्फत परिवाद प्रस्तुत किया है। मामले में अगली सुनवाई 19 जुलाई को होगी। साभार-दैनिक जागरण

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