नोएडा। विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी वीजा बनाकर लोगों से ठगी करने वाले दो शातिर अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों अभियुक्त के पास से 104 पासपोर्ट, 01 लैपटॉप, 06 मोबाइल, 04 फर्जी मोहरें, 31 वीजा कूटरचित, 36 फर्जी कम्पनी के वर्किंग कॉन्ट्रैक्ट व कार बरामद की है। पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों ने बताया कि इन्होंने एक फर्जी ट्रैवल कंपनी बनाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाया था। पुलिस लगातार दोनों अभियुक्त पूछताछ कर रही है कि उनके साथ-साथ इस गैंग से कितने और लोग जुड़े हुए हैं।
दरअसल जिले की थाना सेक्टर 49 पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस व व मुखबिर की सूचना पर फर्जी ट्रैवल कम्पनी बनाकर लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए इशाक युनूस उर्फ रोबिन उर्फ जितेन्द्र पुत्र युनूस उस्मान और रोहित ओबराय पुत्र दिलबाग ओबराय को पंजाब नेशनल बैंक के पास होशियारपुर से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार इशाक युनूस उर्फ रोबिन उर्फ जितेन्द्र और रोहित ओबराय सिर्फ पुलिस ने पूछताछ की दोनों ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों को विदेश में नौकरी दिलवाने के नाम पर झूठ बोलकर फर्जी वीजा तैयार कर खड़ी करते हैं। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों ठग अभियुक्तों के पास से फर्जी दस्तावेज, फर्जी वीजा,फर्जी मोहरों के अलावा लैपटॉप का कार बरामद की है।
कई प्रांतों में की वारदातें
पुलिस की पूछताछ में इशाक युनूस उर्फ रोबिन उर्फ जितेन्द्र ने बताया कि वह इस गैंग का सरगना है और अपने साथियों के साथ मिलकर पिछले छह सालों इस तरह से ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। इसके गैंग के साथी युवाओं को गुमराह कर उनकी नौकरी विदेश में जार्डन, साउदी अरब, कतर आदि जैसे देशों में लगवाने का भरोसा देकर। प्रति युवक 80-90 हजार रूपये लेता थे। अगर कोई कागज कम होता था तब रेट बढ़ाकर उनसे और पैसें की डिमान्ड करता थे। यह लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर अपनी फर्जी फर्म का प्रचार प्रसार किया करते थे। यह लोग दिल्ली, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में इस तरह की घटना को अंजाम दे चुके है।