झांसी। बिजनेस में हुए घाटे की भरपाई में युवक ने नकली नोट छापने का गुनाह कर डाला। नोट यूपी और मध्यप्रदेश में खपाए जा रहे थे। आरोपी युवक सिपाही का बेटा है। मामले की जानकारी पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके पूछताछ की तो उसने बिजनेस में घाटे के कारण ऐसा करने का हवाला दिया।
गैंग का मास्टरमाइंड 27 साल का पंकज मल्होत्रा मध्य प्रदेश के भिंड जिले के लहार कस्बे का रहने वाला है। वह काफी शातिर है। नौकरी नहीं लगी तो परिजनों ने पंकज को बिल्डिंग मटेरियल का बिजनेस शुरू कराया। लेकिन, उसका मन कारोबार करने में कभी नहीं लगता था। वह जल्द ही अमीर बन जाने का सपना देखा करता था। इस बीच उसे बिजनेस में बड़ा घाटा लग गया। इससे वह परेशान रहने लगा। एक दिन वह फर्जी वेब सीरीज देख रहा था। यहीं से उसे फर्जी नोट छापने का आइडिया आया। इसके बाद उसने यूट्यूब पर जाली नोट छापने के वीडियो देखे और गूगल से जानकारी जुटाई। फिर दिल्ली जाकर सामान खरीद लाया। उसकी प्लानिंग थी कि एक साल में भरपूर पैसा कमाने के बाद वह काम छोड़ देगा।
दोस्त ने दी ट्रेनिंग
सामान खरीदने के बाद उसने कई बार नोट छापने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। तब उसने B.Sc कर रहे मध्य प्रदेश के दतिया जिले के भांडेर निवासी कमलाकांत शिवहरे (21) को गैंग में शामिल किया। फिर भी वे कामयाब नहीं हुए। तब उनके दोस्त जितेंद्र ने उनको असली जैसा नोट बनाने की ट्रेनिंग दी।