फरियादी मित्र – डीएम अजय शंकर पाण्डेय की एक और पहल, अनपढ़ और गरीबों के प्रार्थना पत्र लिखेंगे सरकारी बाबू

जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पाण्डेय गाज़ियाबाद जिले में नए-नए प्रयोग कर विभागों के कार्यशैली में सुधार लाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। पूर्व में उनके द्वारा किए गए अनोखे प्रयोग से जहां भ्रष्टाचार पर चोट पहुंचाई गई वहीं अब उन्होंने अनपढ़ व गरीब लोगों की फरियादियों की समस्या को चुटकी में हल कर दिया। दरअसल कुछ गरीब एवं बुजुर्ग लोग डीएम के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे।

डीएम ने कहा कि आप प्रार्थना पत्र लेकर आए हो, तब बुजुर्गों ने कहा कि साहब कहां से प्रार्थना पत्र लिखवाकर लाऊं, पैसे भी नहीं है और लिखना भी नहीं आता है। डीएम ने फरियादियों की इस पीड़ा को समझते हुए तुरंत ही एक अनोखा आदेश जारी कर फरियादियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। उन्होंने तत्काल निर्णय लिया कि अब सभी विभागों में तैनात बाबू फरियादी मित्र के रूप में भी काम करेंगे और उनके प्रार्थना पत्र लिखेंगे। उन्होंने अपने आदेश के तहत सबसे पहले ही अपने ही कार्यालय से इस व्यवस्था को शुरू कराया। डीएम की इस नई व्यवस्था से गरीबों व अनपढ़ों को प्रार्थना पत्र लिखवाने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।

जिला प्रशासन ने ऐसे फरियादियों के लिये के जिले के हर कार्यालय में एक फरियादी मित्र और विधिक परामर्श के लिए एक निशुल्क परामर्शदाता नियुक्ति का निर्णय लिया है। जिलाधिकारी के आग्रह पर गाजियाबाद बार ने भी इस सिलसिले में सकारात्मक रवैया अपनाते हुए अपने अधिवक्ताओं को सहयोग करने का निर्देश जारी करने का निर्णय लिया है। जिला प्रशासन ने शुक्रवार से ही अनपढ़ या गरीब फरियादी आने पर उसका प्रार्थना पत्र आदि लिखने के लिए उस कार्यालय के लिपिक को रोस्टर के अनुसार जिम्मदारी देने का फरमान जारी किया है।

दरअसल शुक्रवार को जनसुनवाई के दौरान दो बुजुर्ग 63 वर्षीय रामशरण व 62 वर्षीय रामो निवासी मोदीनगर तहसील अपनी फरियाद लेकर जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के पास पहुंचे थे। इस पर जिलाधिकारी ने उनसे प्रार्थना पत्र देने को कहा, इस पर दोनों बुजुर्गों ने बताया कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं और न ही प्रार्थना पत्र टाइप कराने के लिए पैसे हैं। इस जवाब ने जिलाधिकारी पांडेय का मन झकझौर दिया। उन्होंने तुरंत अपने सहायक को आदेश दिया कि आज से ही जिला प्रशासन के हर विभाग में फरियादी मित्र कंप्यूटर ऑपरेटर को प्रतिनियुक्ति कर दिया जाए, जिससे किसी भी अनपढ़ या गरीब को नाहक परेशान न होना पड़े। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने शुक्रवार की देर शाम सभी विभागाध्यक्षों को एक इस आशय का आदेश जारी कर दिया। जिलाधिकारी पांडेय ने बताया कि फरियादी के समक्ष विधिक ज्ञान की भी बड़ी समस्या है। यह प्रयोग बुजुर्गों और गरीबों की सहायतार्थ किया जा रहा है।


हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Follow us on Facebook http://facebook.com/HamaraGhaziabad
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziabad

Exit mobile version