गाजियाबाद। तीन दिन से लापता युवक के परिवार वाले गोताखोरों से उसकी यमुना में तलाश करवा रहे थे। परिवार में अनहोनी की आशंका के चलते कोहराम मचा हुआ था। जबकि युवक मेरठ में सकुशल घूम रहा था। परिवार वाले उसे यहां लाए और पुलिस के सामने पेश कर दिया। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है।
लोनी इलाके के पचायरा गांव निवासी धर्मेंद्र नाम का युवक फैक्टरी में काम करता है। मंगलवार को घर में मोबाइल रखकर कहीं चला गया था। परिजन उसे तलाश करते हुए यमुना नदी किराने पहुंचे थे। यमुना नदी किनारे धर्मेंद्र की बाइक, कपड़े और चप्पल मिली थी। यमुना नदी में डूबने की आशंका के चलते दिल्ली और लोनी पुलिस उसे यमुना नदी में तलाश रही थी। दिल्ली और लोनी के 5 गोताखोर दो दिनों तक धर्मेंद्र को यमुना में तलाश करते रहे। लेकिन धर्मेंद्र कही नहीं मिला। परिजनों ने मामले में ट्रॉनिका सिटी थाने में धर्मेंद्र की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
मेरठ में मिला युवक
शुक्रवार को परिजन धर्मेंद्र को तलाश करते हुए मेरठ पहुंचे। परिजनों को धर्मेंद्र मेरठ में मिला। परिजनों धर्मेंद्र को लेकर लोनी पहुंचे। सूचना पाकर पुलिस धर्मेंद्र के घर पहुंची। एसीपी लोनी सूर्यबली मौर्य ने बताया कि धर्मेंद्र कुछ नहीं बता पा रहा है। वह कह रहा है कि वह कैसे मेरठ पहुंचा है, उसे नहीं पता है। ज्यादा सवाल करने पर धर्मेंद्र की तबीयत खराब हो रही थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।