गाज़ियाबाद | आज के रहन-सहन, खान-पान व् भागदौड़ भरी जीवन शैली में आम हो चली, घातक बीमारी कैंसर के सफल इलाज के लिए इसकी सही जाँच होनी आवश्यक है। कैंसर की उत्तम जाँच, पूर्ण निदान एवं सफल इलाज देने की पहल यशोदा अस्पताल ने की है। नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल ने कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी की सटीक जाँच व इसकी स्थिति जैसे शरीर के किस अंग में कहाँ तक फ़ैली हुई है के लिए पैट-सीटी स्कैन स्थापित किया है जो शरीर में छिपे सूक्ष्मतम कैंसर कोशिकाओं की भी पहचान कर लेगा जिससे तमाम प्रकार के कैंसर को पहली स्टेज में ही ठीक किया जा सकेगा।
क्या होता है पैट-सिटी स्कैन
पैट-सिटी स्कैन से शरीर की विभिन्न कोशिकाओं की न केवल संरचना बल्कि उसकी क्रियाशीलता का भी पता चलता है। इस स्कैन की मदद से यह देखा जाता है कि शरीर में अंदरूनी ऊतक किस स्थिति में है और वे कैसे काम कर रहे हैं। कैंसर के अलावा पैट-स्कैन द्वारा न्यूरोलॉजी, कार्डिओलॉजी आदि की भी गम्भीर बिमारियों की जाँच की जाती है।
विभाग के न्यूक्लियर मेडिसिन विशेषज्ञ व हेड-कंसल्टैंट डॉ आशीष गम्भीर ने बताया कि मस्तिष्क के रक्त प्रवाह और चयापचय गतिविधि का अध्ययन करने के लिए पैट स्कैन किया जाता है। पैट-स्कैन डॉक्टर को तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं ढूंढने में भी मदद कर सकता है, जैसे पार्किंसंस रोग, स्ट्रोक, और स्किज़ोफ्रेनिया (Schizophrenia)। इसके अलावा इस मशीन की मदद से मस्तिष्क के बदलावों की पहचान करते हैं, जो मिर्गी (Epilepsy) का कारण बन सकते हैं।
पैट-सिटी स्कैन का इस्तेमाल यह देखने के लिए भी किया जाता है कि कैंसर कितना गंभीर है और क्या यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल गया है (Metastasized)। कैंसर का मूल्यांकन करने के लिए अक्सर सीटी और पैट दोनों स्कैन करना आवश्यक होता है।
इसके अतिरिक्त पैट स्कैन डॉक्टर को कैंसर के लिए सबसे बेहतर इलाज का चयन करने में मदद करता है और यह भी बताता है कि उपचार कितने अच्छे से काम कर रहा है। पैट स्कैन यह देखने के लिए भी किया जा सकता है कि क्या ट्यूमर को निकालने के लिए सर्जरी की जा सकती है या नहीं। जब लक्षण स्पष्ट ना हों तो अल्जाइमर रोग का पता करने के लिए या अगर किसी को कम उम्र में (65 से कम उम्र) डिमेंशिया के लक्षण महसूस होने लगें तो ऐसी स्थिति में इस स्कैन की मदद ली जाती है।
मशीन के लोकार्पण में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्विनी त्यागी मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर अश्विनी त्यागी ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि यशोदा अस्पताल की इस पहल से क्षेत्र के लोगों को कैंसर जैसी जटिल बीमारी से मुक्ति मिलेगी, ऐसी उम्दा स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए उन्होंने यशोदा परिवार का धन्यवाद दिया। समारोह में राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, उत्तर प्रदेश सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के राज्यमंत्री अतुल गर्ग, महापौर आशा शर्मा, विधायक सुनील शर्मा , नन्द किशोर गुर्जर, अजीत पाल त्यागी, डॉ. मंजू शिवाच, अस्पताल के निदेशक डॉ. दिनेश अरोरा, डॉ. शशि अरोरा, डॉ. पी. एन. अरोरा, उपासना अरोरा, डॉ. रजत अरोरा, आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ गौरी अग्रवाल, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ(मे. ज.) बी.एन. कपूर वीएसएम, कैंसर सर्जन डॉ(ब्रिगेडियर) अरविन्द कुमार त्यागी, डॉ दीपक जैन, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ श्रीमति श्रद्धा जैन, प्लास्टिक सर्जन डॉ नन्दिनी रामास्वामी एवं समस्त यशोदा परिवार की उपस्थिति में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में पैट-सीटी स्कैन तकनीक का उद्घाटन किया गया।
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