गाज़ियाबाद। सेवा भारती विवेकानंद विद्या मंदिर नंदग्रम में शहीद फतेह सिंह और शहीद जोरावर सिंह की स्मृति में बृहस्पतिवार को खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विष्णु शर्मा, सुनील गर्ग, गुरदीप तथा विद्यालय की सभी शिक्षिकाओं व बच्चों का सराहनीय योगदान रहा।
सेवा भारती महानगर गाजियाबाद के उपाध्यक्ष सुनील गर्ग ने अपने संबोधन में बताया कि दशम गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के 6 व 8 साल के पुत्रों बाबा फतेह सिंह और जोरावर सिंह, जिन्हें लगभग 312 साल पहले 27 दिसंबर को क्रूर मुग़ल शासन ने दीवार में चिनवा दिया गया था।
सरहिंद के नवाब ने उन बच्चों को मुसलमान बनने के लिए मजबूर किया था, मगर वीर बालक ना डरे, ना लोभ में अपना धर्म बदलना स्वीकार किया और दुनिया को बेमिसाल शहीदी पैगाम दे गए। वे दुनिया में अमर हो गए। जब दोनों बालकों की हत्या हुई तब बालक जोरावर सिंह की आयु मात्र 7 वर्ष, 11 महीने तथा फतेह सिंह की आयु 5 वर्ष, 10 महीने थी। विश्व के इतिहास में छोटे बालकों की इस प्रकार निर्दयतापूर्वक हत्या की कोई दूसरी मिसाल नहीं है।
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