गाजियाबाद में कट रहे थे चोरी के वाहन, 10 गिरफ्तार

गाजियाबाद। कविनगर पुलिस ने लालकुआं क्षेत्र के जयपुरिया सोसायटी के पीछे चल रहे वाहन कटान के धंधे का भंडाफोड़ कर 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। वाहन कटान के लिए गोदाम आरोपितों ने किराये पर लिया था। पुलिस ने गोदाम मालिक को भी आरोपित बनाया है।

सीओ कविनगर अवनीश कुमार व कविनगर थाना प्रभारी आनंद प्रकाश मिश्र ने बताया कि पकड़े गए आरोपित बुलंदशहर के अनूपशहर निवासी आरिफ, सुहैल, फारूख, निसार, सुहैल खान, आरिफ, कबाड़ी बाजार निवासी नवीर अहमद, फैसलाबाद निवासी कासिम, शिकारपुर रोड निवासी शाहनवाज उर्फ शानू व मंडावली दिल्ली निवासी सचिन हैं। शाहनवाज और सचिन गिरोह के सरगना हैं। आरोपित मेरठ में हुई सख्ती के बाद से गाजियाबाद में वाहन कटान का धंधा चला रहे थे।

आरोपित लालकुआं क्षेत्र में पिछले तीन माह से वाहन काटने का धंधा चला रहे थे लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। यह गोदाम शाहपुर बम्हैटा निवासी राजेश यादव का है और 30 हजार रुपये महीना किराये पर लिया गया था। अंदेशा जताया जा रहा है कि आरोपित यहां 100 से अधिक वाहन काट चुके हैं। अवैध कटाई का यह गोदाम गोशाला की आड़ में चल रहा था। जिस प्लाट में यह गोदाम चल रहा है उसके बाहर दुकानें व भीतर गोशाला बनी हैं। कोई भी व्यक्ति देखकर नहीं बता सकता कि भीतर अवैध कारोबार चल रहा था।

कविनगर थाना प्रभारी आनंद प्रकाश मिश्र ने बताया कि आरोपितों के संबंध दिल्ली-एनसीआर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वाहन चोरी करने वाले गिरोह से हैं। गिरोह के बदमाश वाहन चोरी कर इन्हें बेचते थे और आरोपित वाहनों को काटकर इनके पार्ट्स बाजार में बेचते थे। प्रतिमाह आरोपित लाखों रुपये कमा रहे थे।

पुलिस ने मौके से अर्द्धकटी बस, कटे हुए वाहनों के पार्ट्स, टायर, सीएनजी सिलिंडर, फर्जी नंबर प्लेट, ऑक्सीजन सिलिंडर, एलपीजी सिलिंडर और वाहन काटने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद किए हैं। आरोपी बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ समेत कई जिलों में चोरी के वाहन काट चुके हैं।

पुलिस को कुछ ऐसे दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिससे पुलिस इस धंधे में इंश्योरेंस के खेल का अंदेशा जाहिर कर रही है। पुलिस का कहना है कि एक गिरोह ऐसा सक्रिय है जो वाहन की उम्र पूरी होने पर उसे इस गिरोह को बेचकर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराता है। बस या ट्रक का इंश्योरेंस कंपनी से पैसा भी ले लेता है और चार से पांच लाख रुपये में इसे कटान गिरोह को बेचता है। आगे कटान वाला गिरोह उसे काटकर मुनाफा कमाता है। पुलिस ने मौके से बरामद दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।

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