वृंदावन के श्रीबांके बिहारी मंदिर में होली का अद्भुत उल्लास

वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध श्रीबांके बिहारी मंदिर में होली के रंगों की छटा बिखर गई है। भक्तों की अपार भीड़ और ठाकुरजी के साथ होली खेलने का अनुपम दृश्य मन को भक्तिभाव से भर देता है। हर ओर ‘राधे-राधे’ की गूंज सुनाई दे रही है और भक्तगण प्रेम और श्रद्धा से सराबोर हो गए हैं।
होली का दिव्य नज़ारा
मंदिर प्रांगण में जैसे ही होली का उत्सव आरंभ हुआ, चारों ओर रंगों की वर्षा होने लगी। परंपरा अनुसार मंदिर के सेवायतों ने सोने-चांदी की पिचकारी से भक्तों पर गुलाल और केसर का रंग बरसाया, जिससे भक्तगण भाव-विभोर हो उठे। रंगों की इस अलौकिक छटा में श्रद्धालु आत्मविभोर होकर ठाकुरजी के साथ होली खेलने का परम आनंद ले रहे थे। मंदिर में हर दिशा में लाल, गुलाबी, और पीले रंगों की बौछार ने अद्भुत नज़ारा प्रस्तुत किया। ऐसा लग रहा था मानो स्वयं ठाकुरजी अपने भक्तों के साथ रंगों की होली खेल रहे हों।
श्रद्धालुओं का सैलाब और सुरक्षा व्यवस्था
देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु इस पावन अवसर का हिस्सा बनने वृंदावन पहुंचे। मंदिर प्रांगण में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा, जिसे नियंत्रित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा। एसपी सिटी डॉ. अरविंद कुमार स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे थे। पुलिस बल के जवानों ने सुरक्षा को सुचारू रूप से संचालित किया, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के ठाकुरजी के दर्शन कर सकें और होली का आनंद उठा सकें।
भक्तों के मन की अनुभूति
इस अलौकिक उत्सव में शामिल होकर भक्तगण स्वयं को धन्य महसूस कर रहे थे। एक श्रद्धालु ने बताया कि श्रीबांके बिहारीजी के साथ होली खेलने का आनंद शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। ऐसा प्रतीत होता है मानो स्वयं भगवान भक्तों को अपने सानिध्य में रंगों से सराबोर कर रहे हों। यह अनुभव अध्यात्मिक आनंद से परिपूर्ण और अविस्मरणीय होता है।
वृंदावन की अनोखी होली
वृंदावन की यह अनोखी होली देश-दुनिया में प्रसिद्ध है। हर वर्ष हजारों श्रद्धालु ठाकुरजी के साथ होली खेलने के लिए यहां आते हैं। यहां होली केवल रंगों का उत्सव नहीं, बल्कि भक्तों के लिए भगवान के प्रति अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। इस अद्भुत आयोजन में भाग लेकर भक्तों को दिव्य अनुभूति होती है और वे इस अनुभव को जीवनभर संजोकर रखते हैं।
श्रीबांके बिहारी मंदिर में होली का यह अद्भुत आयोजन सदियों से भक्तों को प्रेम, भक्ति और उल्लास का अनुपम उपहार देता आ रहा है। जो भी एक बार इस होली में शामिल हो जाता है, वह इसे जीवन का सबसे अनुपम क्षण मानता है। वृंदावन की इस अद्भुत होली का रंग और भक्ति का रस हर भक्त के हृदय में सदैव बना रहता है।
Exit mobile version