अयोध्या राममंदिर पर हमले की साजिश: आतंकी अब्दुल रहमान गिरफ्तार

अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर पर हमले की साजिश रचने वाले आतंकी अब्दुल रहमान को सुरक्षा एजेंसियों ने हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आतंकी संगठन आईएसआईएस खुरासान ने अब्दुल रहमान और उसके साथियों का ब्रेनवॉश कर मंदिर पर हमला करने के लिए तैयार किया था।
कैसे हुआ ब्रेनवॉश?
अब्दुल रहमान बीते कुछ महीनों से सोशल मीडिया के जरिए आईएसआईएस-के के संपर्क में था। उसे एक विशेष ग्रुप में जोड़ा गया था, जहां उसे धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ वीडियो दिखाए जाते थे। इन वीडियो के जरिए उसे यह विश्वास दिलाया गया कि अयोध्या में उसके समुदाय पर अत्याचार हुआ है और अब उसे इसका बदला लेना है।
राममंदिर की रेकी और हमले की तैयारी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अब्दुल रहमान ने अयोध्या जाकर राम मंदिर और उसके आसपास की रेकी की थी। उसने मंदिर परिसर के कई वीडियो बनाए और उन्हें आतंकी संगठन के साथ साझा भी किया। इसके बाद संगठन की ओर से उसे हमले की रणनीति समझाई गई।
गिरफ्तारी की पूरी कहानी
गुजरात एटीएस और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) को जानकारी मिली कि अब्दुल रहमान फरीदाबाद के पाली क्षेत्र में छिपा हुआ है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर उसे बांस रोड पाली से धर दबोचा। गिरफ्तारी के समय उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए।
हैंड ग्रेनेड के साथ घूम रहा था आतंकी
अब्दुल रहमान फरीदाबाद में पिछले कुछ दिनों से रह रहा था। दिनभर वह अपने बैग में हैंड ग्रेनेड लेकर आसपास के इलाकों में घूमता था और रात में सुनसान जगहों पर शरण लेता था। जांच एजेंसियों ने उसके मोबाइल से कई संदिग्ध वीडियो और मैसेज बरामद किए हैं, जिससे उसके आतंकी कनेक्शन की पुष्टि होती है।
आतंकी संगठन से सीधा संपर्क
पूछताछ में सामने आया कि अब्दुल रहमान लगातार आईएसआईएस-के के संपर्क में था और संगठन से नए निर्देशों का इंतजार कर रहा था। लेकिन इससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
घर पर भी हुई छापेमारी
गिरफ्तारी के बाद यूपी के फैजाबाद स्थित उसके घर पर भी तलाशी ली गई, जहां से कई अहम सुराग मिले हैं।
गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
एसटीएफ इंस्पेक्टर के बयान पर अब्दुल रहमान के खिलाफ 25 (1)(ए) आर्म्स एक्ट, विस्फोटक अधिनियम 1908 की धारा 4(ए), 4(बी), 5 और विस्फोटक अधिनियम 1884 की धारा 9बी(1)(बी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
कई राज्यों तक फैला नेटवर्क
जानकारी के मुताबिक, अब्दुल रहमान छह महीने पहले दिल्ली होते हुए विशाखापत्तनम गया था, जहां उसने चार महीने तक एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया। वहां से लौटने के बाद वह आतंकी गतिविधियों में सक्रिय हो गया।
क्या है आगे की योजना?
गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अब्दुल रहमान और उसके नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हैं। जांच एजेंसियां अब उससे रिमांड पर पूछताछ कर रही हैं, ताकि आतंकी संगठन के पूरे नेटवर्क को बेनकाब किया जा सके।
अयोध्या में राममंदिर पर हमले की साजिश का यह खुलासा सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और मजबूत खुफिया तंत्र का नतीजा है। अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी से आतंकी संगठनों के भारत में बढ़ते नेटवर्क पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
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