महाशिवरात्रि पर शिवालयों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर संपूर्ण भारत में श्रद्धा और भक्ति की अनूठी छटा देखने को मिल रही है। संगमनगरी प्रयागराज से लेकर धर्मनगरी काशी और रामनगरी अयोध्या तक, हर ओर शिवालयों में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। हजारों श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।
प्रयागराज में महाशिवरात्रि का उल्लास
प्रयागराज के शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। शिव भक्त बेलपत्र, धतूरा, फल-फूल और गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं। मंदिरों में भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चारण की गूंज भक्तों के मन को आध्यात्मिक आनंद से भर रही है।
अयोध्या में महादेव की भव्य पूजा
भगवान राम की नगरी अयोध्या में भी महाशिवरात्रि का पर्व अत्यंत श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। यहां के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं, जो भोलेनाथ के दर्शन हेतु उत्सुक हैं। शिवलिंगों पर जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के विशेष अनुष्ठान किए जा रहे हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर में भव्य आयोजन
काशी में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है, और यहां के काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। मंदिर में पूजन-अर्चन के साथ संतों पर पुष्प वर्षा भी की गई। इस अवसर पर जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा, “कुंभ में भारत की लगभग आधी आबादी ने हिस्सा लिया। सभी जातियों, धर्मों और संप्रदायों के लोग एक साथ आए। यह हमारे देश की एकता और संस्कृति की पहचान है।”
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने भी महाशिवरात्रि के इस शुभ अवसर पर कहा, “सभी पांच अखाड़ों ने महादेव की पूजा-अर्चना की और महाकुंभ की पूर्णाहुति के लिए विशेष अभिषेक किया।”
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आ रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगभग 2,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को धन्यवाद
महाशिवरात्रि के अवसर पर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस धार्मिक आयोजन ने भारत की समृद्ध संस्कृति को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत किया है।
महाशिवरात्रि का यह महापर्व शिवभक्तों के लिए आत्मिक आनंद और आध्यात्मिक शक्ति का स्रोत बना हुआ है। श्रद्धालुओं की अपार आस्था और भक्ति ने पूरे देश में शिवमय वातावरण बना दिया है।
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