किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कल्याणीनंद गिरि पर प्राणघातक हमला

बृहस्पतिवार रात किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कल्याणीनंद गिरि उर्फ छोटी मां पर एक घातक हमला हुआ, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस हमले में उनके साथ तीन अन्य शिष्य भी घायल हुए। घटना के बाद सभी घायलों को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घटना का विवरण
यह हमला तब हुआ जब महामंडलेश्वर कल्याणीनंद गिरि अपने सेक्टर 16 स्थित किन्नर अखाड़े से निकलकर अपनी कार, एक फॉर्च्यूनर, से घर सदियापुर जा रही थीं। संगम लोवर मार्ग पर कुछ दूरी तय करने के बाद कुछ लोगों ने आशीर्वाद लेने के बहाने उनकी कार को रुकवाया। जैसे ही कार रुकी, उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया गया। हमलावरों ने न केवल कल्याणीनंद गिरि पर हमला किया, बल्कि उनकी सुरक्षा में मौजूद तीन शिष्यों पर भी हमला किया।
हमलावरों का यह हमला इतना घातक था कि चारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले की सूचना मिलते ही किन्नर अखाड़े में अफरा-तफरी मच गई, और कई शिष्य और संत घटनास्थल पर पहुंचे। सभी को तुरंत इलाज के लिए सेंट्रल अस्पताल में भर्ती किया गया।
पहले भी हुआ था हमला
यह पहली बार नहीं है जब किन्नर अखाड़े के किसी सदस्य पर हमला हुआ हो। इससे पहले, 9 फरवरी को परी अखाड़े की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी पर भी हमले का प्रयास किया गया था। हिमांगी सखी ने आरोप लगाया था कि कल्याणीनंद गिरि, आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, और कौशल्या नंद गिरि पर मारपीट का आरोप लगाया था।
पुलिस कार्रवाई
हमले के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। हमलावरों की तलाश जारी है, और जल्द ही उनका पता लगाने का दावा किया गया है। घटनास्थल पर कई सुराग मिले हैं जो जांच में मदद कर सकते हैं। पुलिस अधिकारी इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे हैं।
किन्नर अखाड़े में सुरक्षा बढ़ाई गई
इस हमले के बाद किन्नर अखाड़े में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी अखाड़े के सदस्य और संत इस हमले के बाद दहशत में हैं, लेकिन उनके बीच एकजुटता और संघर्ष की भावना भी जागृत हुई है। अब किन्नर समाज ने इस हमले की निंदा करते हुए सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही है।
महामंडलेश्वर कल्याणीनंद गिरि पर इस हमले ने न केवल किन्नर समाज को, बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है। अब यह देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या नई जानकारियां सामने आती हैं और हमलावरों को पकड़ने में कितनी सफलता मिलती है। किन्नर अखाड़े की सुरक्षा के लिए जल्द ही कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
Exit mobile version