महाकुंभ 2025: श्रद्धालुओं की अपार भीड़ से यातायात व्यवस्था प्रभावित, प्रयागराज एयरपोर्ट पर भी रिकॉर्ड ट्रैफिक

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। श्रद्धालु भारी संख्या में संगम में पुण्य स्नान करने पहुँच रहे हैं, जिससे न केवल यातायात व्यवस्था चरमराई बल्कि प्रयागराज एयरपोर्ट पर भी विमानों का आवागमन अपने चरम पर पहुँच गया। बुधवार को बिना किसी विशेष तिथि या स्नान पर्व के बावजूद लगभग 1.19 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई, जिससे शहर की सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
चार घंटे तक लगा लंबा जाम
अचानक उमड़ी भीड़ के कारण वाराणसी, लखनऊ, रीवा-बांदा मार्ग पर करीब चार घंटे तक चार किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। महाकुंभ मेले के बाहरी क्षेत्र में भी श्रद्धालुओं के वाहन फंस गए, जिससे यात्रियों को कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। मंगलवार रात 12 बजे से बुधवार शाम छह बजे तक लगभग 80 हजार वाहनों ने प्रयागराज में प्रवेश किया, जिससे यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई।
श्रद्धालुओं की संख्या 56.75 करोड़ के पार
महाकुंभ में अब तक कुल 56.75 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रशासन को उम्मीद है कि महाशिवरात्रि तक यह संख्या 60 करोड़ के पार पहुँच जाएगी। पुलिस अधिकारियों का अनुमान था कि सप्ताहांत के बाद भीड़ में कमी आएगी, लेकिन बुधवार को श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ गई।
नो व्हीकल जोन और यातायात प्रबंधन
महाकुंभ क्षेत्र को पहले ही महाशिवरात्रि तक ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित किया जा चुका है। श्रद्धालुओं के वाहनों को निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में ही रोका जा रहा है। अयोध्या, वाराणसी, लखनऊ और रीवा मार्गों पर बुधवार को स्थिति और खराब हो गई। मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन लगातार यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाने में जुटा है। डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बताया कि संगम तट पर अपार भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था और सुगम यातायात के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रयागराज एयरपोर्ट पर रिकॉर्ड ट्रैफिक
संगम में स्नान के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आ रहे हैं, जिससे प्रयागराज एयरपोर्ट पर विमानों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है। 18 फरवरी को एयरपोर्ट ने अपने अब तक के सर्वाधिक आवागमन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस दिन 254 विमानों के माध्यम से 23,196 यात्रियों ने यात्रा की। इनमें 11,585 यात्री प्रयागराज आए, जबकि 11,611 यात्री यहाँ से रवाना हुए।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के अधिकारियों के अनुसार, प्रयागराज एयरपोर्ट पर विमानों को उतरने की अनुमति के लिए स्लॉट मिलने में दिक्कतें आ रही हैं। एक विमान लैंड कर रहा होता है, दूसरा उतरने की अनुमति माँगता है, तीसरा आसमान में मंडरा रहा होता है, जबकि चौथे विमान ने भी स्लॉट की माँग कर दी होती है।
चार्टर विमानों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि
महाकुंभ के चलते न केवल शेड्यूल विमानों की संख्या बढ़ी है, बल्कि चार्टर विमानों का आवागमन भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है। मंगलवार को ही 120 चार्टर विमानों का संचालन हुआ, जबकि 134 शेड्यूल विमानों ने उड़ान भरी।
आस्था की लहर, व्यवस्थाओं की चुनौती
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जिससे प्रशासन के लिए यातायात और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। लाखों की संख्या में भक्तजन संगम की पावन धारा में आस्था की डुबकी लगाने उमड़ रहे हैं, जिससे प्रयागराज की सड़कों से लेकर हवाई मार्ग तक सबकुछ व्यस्त हो गया है।
जैसे-जैसे महाशिवरात्रि का दिन नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे भीड़ और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में प्रशासन को प्रभावी यातायात प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों को और पुख्ता करना होगा ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और सुरक्षित बनी रहे।
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