गरीबी के पीछे छिपा धर्मांतरण का सच: गाजियाबाद में भंडाफोड़

गाजियाबाद:- क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र में पुलिस ने हाल ही में मतांतरण के मामलों में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपितों में एक महिला भी शामिल है, जो ईसाई धर्म के प्रभाव में आकर दूसरों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रही थी। पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे बीमारी और गरीबी दूर करने का प्रलोभन देकर लोगों को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार, पुष्पा नामक महिला ने बताया कि उसने स्वयं ईसाई धर्म अपनाया है और मोहल्ले की अन्य महिलाओं को बाइबिल का पाठ करने के बहाने बुलाकर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा, एक अन्य आरोपित, राजू पादरी, अपने सहयोगियों के साथ मिलकर लोगों को मतांतरण के लिए प्रेरित करता था।
एक अलग मामले में, विजयनगर कॉलोनी में एक दंपती को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने अपने पुत्र और पुत्रवधू पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया। जांच में पता चला कि दंपती ने अपने पोते के माध्यम से संपत्ति दिलाने का झांसा देकर परिवार के सदस्यों को प्रलोभित किया।
एसीपी मोदीनगर, ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों में कृष्णपाल और उनकी पत्नी अशर्फी शामिल हैं, जिन्होंने पहले ही 150 से अधिक लोगों का मतांतरण कराने का आरोप स्वीकार किया है। पुलिस ने उनके खिलाफ ठोस सबूत जुटाए हैं और आगे की जांच जारी है।
इस घटना ने समाज में मतांतरण के बढ़ते मुद्दे को फिर से उजागर किया है, जहां आर्थिक प्रलोभन और धार्मिक दबाव के माध्यम से लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है। पुलिस अब इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है ताकि ऐसे मामलों पर रोक लगाई जा सके।
Exit mobile version