भारत में हिंदू राश्ट्र की बात करना नाजायज: स्वामी प्रसाद

बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा में आयोजित राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन में पहुंचे सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर विवादित बयान दिया है। स्वामी प्रसाद ने कहा कि भारतीय संविधान कहता है कि धर्म, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता। यदि कोई हिंदू राष्ट्र की बात करता है, तो दूसरे धर्म के लोग भी यह कर सकते हैं।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहना है कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा धोखा है। लाखों करोड़ों के आराध्य की कोई प्राण प्रतिष्ठा क्यों करेगा। उन्होंने कहा कि जिसे लाखों करोड़ों लोग भगवान मानते हैं जो जन-जन के घर में बसे हैं। उनकी प्राण प्रतिष्ठा करना यह साबित करेगा कि आप भगवान से बड़े हैं। इसे भाजपा सरकार का घमंड की कहा जाएगा कि खुद को भगवान से बड़ा मान रही है।

भाजपा शूद्रों का करती है अपमान
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि। सपा सरकार का कार्यकाल पूरा होने के बाद जब सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकारी मुख्यमंत्री आवास खाली किया तब। बीजेपी सरकार ने मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र गंगाजल से धुलवाया। ऐसा इसलिए किया गया कि अखिलेश यादव पिछड़ी जाति से थे। यहां शूद्रों का लगातार अपमान किया गया है। देश में 88 करोड़ बेरोजगारों को 5 किलो मुफ्त अनाज में उलझा दिया गया है। धर्म की राजनीति कर बीजेपी इन बेरोजगार युवाओं का भविष्य बिगाड़ रही है। युवाओं को विज्ञान की जरूरत है ना की आस्था की।

जिन्ना नहीं हिंदू महासभा बंटवारे की जिम्मेदार
राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन में पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत- पाकिस्तान का बंटवारा जिन्ना की वजह से नहीं बल्कि, हिंदू महासभा की वजह से हुआ था। हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले लोग देश के दुश्मन है। उन्होंने आगे कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी और संघ प्रमुख मोहन भागवत हिंदू धर्म को जीवन जीने की कल बताते हैं।

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