दिसपुर। असम पुलिस ने बाल विवाह के खिलाफ व्यापक मुहिम चलाते हुए शुक्रवार को 2,044 लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने यहां एक कार्यक्रम से इतर बताया कि राज्यभर में शुक्रवार सुबह से मुहिम शुरू की गई और यह अगले तीन से चार दिन तक जारी रहेगी। गिरफ्तार लोगों में 52 काजी और पुरोहित भी शामिल हैं।
सीएम सरमा ने कहा था 14 साल से कम उम्र की लड़कियों से विवाह करने वालों के खिलाफ यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और 14-18 साल की लड़कियों से विवाह करने वालों के खिलाफ बाल विवाह रोकथाम अधिनियम, 2006 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा और विवाह को अवैध घोषित किया जाएगा। अगर लड़के की उम्र भी 14 साल से कम होगी तो उसे सुधार गृह भेजा जाएगा।
गिरफ्तार लोगों में 52 काजी और पुरोहित
डीजीपी सिंह ने कहा, अब तक चलाए गए अभियान में शादी कराने वाले लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में 52 काजी और पुरोहित हैं। उनके मुताबिक सबसे अधिक गिरफ्तारियां धुबड़ी, बरपेटा, कोकराझार और विश्वनाथ जिलों में हुई है। अब तक सबसे अधिक 136 गिरफ्तारियां धुबड़ी से हुई हैं, जहां सबसे अधिक 370 मामले दर्ज हुए हैं। इसके बाद बरपेटा में 110 और नगांव में 100 गिरफ्तारियां हुई हैं।
वहीं ऑल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने बाल विवाह के खिलाफ व्यापक मुहिम के तहत असम पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारियों के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा पर निशाना साधा और कहा कि यह कदम राज्य के मुसलमानों को सताने के लिए उठाया गया है। असम के धुबरी से सांसद अजमल ने कहा, ‘हमारे मुख्यमंत्री साहब कभी-कभी अचानक ख्वाब देखते हैं कि बहुत दिन हो गया मैंने मुसलमानों को नहीं सताया। तो वह नींद से उठते हैं…और शुरु कर देते हैं कि किन-किन योजनाओं से मुसलमानों को सता सकते हैं।’
अजमल ने कहा कि बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत 2007 में ही बाल विवाह को दंडनीय अपराध बनाया गया था लेकिन सरकार (असम) ने इसे लेकर एक दिन के लिए भी कोई अभियान नहीं चलाया। उन्होंने कहा, ‘अब सरकार गिरफ्तारी कर रही है। पता चलेगा कि इसमें 90 प्रतिशत लड़के-लड़कियां मुसलमान होंगे… ये एक तरफा गिरफ्तारी करेंगे। ये हमें मालूम है। इनका मिजाज मुसलमान विरोधी है। बीजेपी है… आरएसएस है… इसलिए इनके ऊपर दबाव होगा।’