1971 की जंग में पाकिस्तान की हार का तालिबान ने उड़ाया मजाक, कहा- अंजाम याद रखना

काबुल। पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के बीच पिछले कुछ महीनों से जारी तल्खी के कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। पाकिस्तान के होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह की धमकी का जवाब अफगान तालिबान के डेप्यूटी प्राइम मिनिस्टर अहमद यासिर ने बेहद तल्ख लहजे में दिया। यासिर ने 1971 में भारत के हाथों पाकिस्तानी फौज की हार और सरेंडर की फोटोग्राफ शेयर की और कहा- इस तरह का अंजाम याद रखना।

पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने अफगान तालिबान को धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि अगर उसने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को हमारे देश में हमले से नहीं रोका, तो हम अफगानिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया करेंगे। पाकिस्तान की चेतावनी पर अहमद यासिर ने पलटवार किया है। यासिर ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘बहुत अच्छी बात है पाकिस्तान के गृह मंत्री जी! यह अफगानिस्तान है, जहां बड़ी-बड़ी ताकतों की कब्रगाह बनी है। हम पर हमला करने की सोचिएगा भी मत, नहीं तो वैसे ही सरेंडर करेंगे जैसे भारत के सामने किया था।’ उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि पाकिस्तान खुद को तुर्की न समझे कि वह उसी तरह हमें निशाना बना लेगा जैसे सीरिया में कुर्दों को बनाया जाता है।

इस बयान के कुछ घंटे बाद अफगानिस्तान की डिफेंस मिनिस्ट्री ने भी एक अलग स्टेटमेंट जारी किया। कहा- पाकिस्तान बेबुनिया आरोप लगा रहा है। हमारे यहां TTP की कोई पनाहगाह नहीं है। उसे इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि अफगानिस्तान कमजोर है या उसका कोई मालिक नहीं है। हमें बहुत अच्छे से पता है कि अपने मुल्क की हिफाजत कैसे की जाती है। अगर हमला हुआ तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे।

बता दें कि 1971 में भारत के साथ जंग में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी। इस जंग में पाकिस्तान के 90 हजार से ज्यादा सैनिकों ने सरेंडर किया था। पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल आमिर अब्दुल्लाह खान ने दस्तावेज पर दस्तखत किए थे। तस्वीर में भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोढ़ा भी दिख रहे हैं। इसी जंग के बाद पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश अलग देश बना था।

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