‘कभी राम के अस्तित्व पर उठते थे सवाल’… पीएम मोदी का कांग्रेस पर निशाना

अयोध्या। पीएम मोदी रविवार को अयोध्या में भव्य दीपोत्सव में शामिल होने के लिए पहुंचे। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान राम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक किया। इसके बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि एक समय था, जब देश में भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए जाते थे लेकिन हमने हीन भावना की बेड़ियां तोड़ी हैं।

पीएम ने कहा कि राम के वचनों, विचारों और शासन ने जिन मूल्यों को गढ़ा है वह ‘सबका साथ, सबका विकास’ की प्रेरणा है। “इस बार दीपावली एक ऐसे समय में आई है जब हमने कुछ समय पहले ही आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं। हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इस अमृत काल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।” मोदी ने कहा “अगले 25 वर्षों में विकसित भारत की आकांक्षा लिए आगे बढ़ रहे हिंदुस्तानियों के लिए श्री राम के आदर्श उस प्रकाश स्तंभ की तरह हैं जो हमें कठिन से कठिन लक्ष्यों को हासिल करने का हौसला देंगे। भगवान राम ने अपने वचनों, अपने विचारों और अपने शासन में जिन मूल्यों को गढ़ा है, वे ‘सबका साथ, सबका विकास’ की प्रेरणा हैं और ‘सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का आधार भी हैं।”

मोदी ने कहा कि श्रीराम लला के दर्शन और राम का अभिषेक ये सौभाग्य राम जी की कृपा से ही मिलता है। जब राम का अभिषेक होता है तो हमारे भीतर राम के आदर्श और मूल्य और दृढ़ हो जाते हैं। राम के अभिषेक के साथ ही उनका दिखाया पथ और प्रदीप्त हो उठता है। अयोध्या की तो रज-रज में उनका दर्शन समाहित है। आज अयोध्या की रामलीला के माध्यम से, सरयू आरती के माध्यम से, दीपोत्सव के माध्यम से और रामायण पर शोध के जरिए यह दर्शन पूरी दुनिया में फैल रहा है। अयोध्या और यूपी के लोग जनकल्याण की धारा को गति दे रहे हैं। इस अवसर पर मैं आपको देशवासियों को और विश्व भर में फैले हुए राम भक्तों को भी हार्दिक बधाई देता हूं।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि अयोध्या विकास की नई ऊंचाइयों को छू रही थी। पहले भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठते थे। आज अयोध्या के विकास पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। पीएम ने कहा- राम सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के आधार थे।

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने अपने वचन, विचारों, अपने शासन और अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा वो सबका साथ-सबका विकास की प्रेरणा हैं और सबका विश्वास-सबका प्रयास का आधार हैं।

Exit mobile version