केदारनाथ में श्रद्धालुओं को ले जा रहा हेलिकॉप्टर क्रैश, पायलट समेत 7 की मौत

देहरादून। उत्तराखंड के केदारनाथ से मंगलवार को बड़े हादसे की खबर सामने आई जब गरुण चट्टी के पास निजी कंपनी का हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया है। इस दर्दनाक हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की जान चली गई है। हादसे में मृतकों की पहचान हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया है।

हेलिकॉप्टर आर्यन एविएशेन के बेल कंपनी का है। हेलिकॉप्टर ने सुबह 11.25 बजे केदारनाथ बेस कैंप से नारायण कोटी-गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के 15 मिनट बाद गरुड़चट्टी के पास वह क्रैश हो गया। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने बताया कि दुर्घटना के शिकार श्रद्धालु रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर के दर्शन कर वापस आ रहे थे कि तभी केदारनाथ से दो किलोमीटर आगे रास्ते में उनके हेलीकॉप्टर में आग लग गयी । हादसे के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है लेकिन दुर्घटना संभवत: कोहरे के कारण कम दृश्यता के चलते किसी चीज से टकराने से हुई।

पीएम और राष्ट्रपति ने हादसे पर दुख जताया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड हेलीकॉप्टर हादसे पर दुख जताया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- ‘केदारनाथ धाम के पास हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पायलट सहित कई तीर्थयात्रियों के निधन का समाचार बहुत दुखद है। अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।’ वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा- ‘इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है।’

सीएम पुष्कर धामी ने हादसे पर दुख जताया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा-केदारनाथ के समीप गरुड़ चट्टी में दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर क्रैश में कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत और बचाव कार्य हेतु SDRF और जिला प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। इस दु:खद घटना के विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए है।

चॉपर हादसे में सीडीएस रावत की मौत
यह हादसा देश के सबसे बड़े हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं में से एक है। इस हादसे में भारत ने अपने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत एवं वायु सेना के अन्य बड़े अधिकारियों को खो दिया। आठ दिसंबर को सीडीएस रावत अपनी पत्नी एवं सेना के अन्य अधिकारियों एवं कर्मियों के साथ वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टॉफ कॉलेज जा रहे थे।

इस स्कूल जाने के लिए उन्होंने सुलूर एयर फोर्स बेस से वायु सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी थी। दिन के करीब 12.10 बजे चॉपर नीलगिरी जिले के कूनूर तालुका के पास एक चाय बागान के समीप चॉपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बुरी तरह जख्मी ग्रूप कैप्टन वरुण सिंह ने 15 दिसंबर को दम तोड़ दिया।

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