पैगंबर टिप्पणी विवाद के बीच संदीप माहेश्वरी का वीडियो वायरल, समझाया हिंदूइज्म का असल मतलब

नई दिल्ली। पैगंबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद देश के अलग अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन और हिंसा हो रही है। इस बीच मोटिवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी के एक पुराने कार्यक्रम का छोटा सा अंश वायरल हो गया है।

उन्होंने किसी कार्यक्रम में एक व्यक्ति के सवाल पर बहुदेववाद और एकेश्वरवाद की तुलना की और बताया कि कैसे सनातन धर्म किसी को आक्रामक नहीं बना सकता है जबकि एक देव में विश्वास करने वाला धर्म अन्य धर्मों को निम्न मानते हुए उस पर आक्रमण करने का आधार तैयार करता है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘इस दुनिया में कौन लोग हैं जो प्रॉब्लम क्रिएटर (समस्या पैदा करने वाले) हैं? वो जो करोड़ों भगवानों को मानते हैं? या वो जो कहते हैं कि एक ही भगवान है दुनिया में और कहते हैं कि वही सच है और बाकी सब झूठ है?’

हिंदू तो सबमें भगवान देखते हैं…
वो आगे कहते हैं कि हिंदू तो सबकी पूजा करते हैं और यहां तक कि हर जीव में ईश्वर का अंश देखते हैं तो फिर वो किसी से विभेद कैसे करेंगे? माहेश्वरी बोले, ‘आराम से समझिए कि जो हिंदूइज्म है, वहां पर करोड़ों भगवान क्यों है? उसका लॉजिक क्या है? पहाड़ की भी पूजा हो रही है, मिट्टी की जो मूर्तियां हैं, उनकी भी पूजा हो रही है, सूर्य की भी पूजा हो रही है, चांद की भी पूजा हो रही है। किसकी पूजा नहीं हो रही? धरती, जल, अग्नि, वायु, आकाश… सबकी पूजा हो रही है।’

माहेश्वरी ने कहा कि इससे बेहतर सोच क्या हो सकती है कि सबमें भगवान है। उन्होंने कहा, ‘तो हिंदू धर्म जो है, वो क्या कहता है- सबमें भगवान है। इससे बढ़िया फिलॉसफी हो ही नहीं सकती, इससे ओपन फिलॉसफी हो ही नहीं सकती। मतलब आप भी भगवान हो। आपसे भी मिलते हैं तो हाथ जोड़कर मिलते हैं। मतलब क्या कि आपके अंदर जो भगवान है, उसको प्रणाम करता हूं।’

समाज में वास्तविक समस्या कौन?
उन्होंने कहा कि सभी लोग नास्तिक नहीं हो सकते। ज्यादातर लोग पूजा-पाठ में विश्वास करते हैं और उनकी किसी ना किसी धर्म में आस्था है। इसलिए, पूजा-पाठ क्यों करते हैं, यह अलग सवाल है। बड़ा सवाल है कि क्या मानने वाला कैसा व्यवहार कर सकता है। संदीप ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि हमारी तरह नहीं सोचने वाले अपने नहीं हैं, वो समाज के लिए समस्या है। उन्होंने कहा, ‘आप लोगों को नहीं कह सकते हो कि भगवान की पूजा क्यों करते हो। यह छोड़ो- करते हैं तो करते हैं। अपने-अपने भगवान की पूजा सब करते हैं। लेकिन आप यह देखिए कि रियल प्रॉब्लम कौन है? एक लॉजिक है कि ये मेरा भगवान है और यही सच है और यही सबसे ऊपर है। एक ही भगवान है और कोई दूसरा भगवान ही नहीं है और जो इसको नहीं मानता है, वो सब हमसे अलग है और जो इसको मानता है, वो सब हमारे अपने हैं, बाकी सब पराये हैं। ये एक थॉट प्रॉसेस है।’

आक्रामक नहीं हो सकता हिंदू, हमेशा बचाव ही करेगा
उन्होंने आगे कहा कि सभी के मतों का सम्मान करने वाले कभी समस्या की वजह नहीं बन सकते। उनका कहना है कि हिंदू कभी आक्रांता हो ही नहीं सकता क्योंकि उसे पता है कि सबमें ईश्वर है, सब अपने हैं, कोई पराया नहीं। वो कहते हैं, ‘एक और थॉट प्रॉसेस है जो कहता है कि सबमें भगवान है और भगवान में ही सबकुछ है। मुझे यह बता दो कि ये वाली जो थॉट प्रॉसेस है इसकी वजह से लड़ाई हो कैसे सकती है? इसे मानने वाला इंसान तो सिर्फ अपने आपको डिफेंड करेगा ना बाकियों से? कोई इंसान अगर इसपर अटैक करने आएगा तो वो अपने आपको डिफेंड करेगा, वो अटैक क्यों करेगा (जिसने मान लिया है सबमें भगवान है)? तो इंडियन फिलॉस्फी में अटैक कहां है? इंडियन फिलॉस्फी का जो ग्राउंड है, जो फाउंडेशन है वहां अटैक पॉसिबल ही नहीं है।’

काफी मशहूर हैं संदीप माहेश्वरी
संदीप माहेश्वरी के यूट्यूब पर करोड़ों फॉलोअर्स हैं। उनके प्रेरणादायी वीडियोज को काफी पसंद किया जाता है। वो सेमिनार भी करते हैं जहां उन्हें सुनने वालों की भारी भीड़ होती है। वो खासकर युवाओं को प्रोत्साहित करते हैं। साथ ही साथ कई कंपनियां भी अपने कर्मचारियों में जोश-जज्बे का प्रवाह करने के लिए संदीप माहेश्वरी का कार्यक्रम आयोजित करवाती हैं। संदीप अपने पुराने बयान के एक छोटे से अंश के कारण आज सोशल मीडिया ट्विटर पर काफी चर्चित हो गए हैं। उके कुछ और बयान ट्विटर पर शेयर किए जा रहे हैं।

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