देवबंद। यूपी के देवबंद सीट पर सपा उम्मीदवारी को लेकर घमासान मचा हैं। आखिरी दिन पूर्व विधायक माविया के नामांकन करने बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। इसको लेकर कार्तिकिये राणा और अली के बीच घमासान मच गया है। हालांकि मुजफ्फरनगर में पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऐलान करते हुए कार्तिकेय राणा देवबंद विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।
कार्तिकेय राणा ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया था। उनके साथ पूर्व विधायक इमरान मसूद भी कलक्ट्रेट पहुंचे थे। शुक्रवार को पूर्व विधायक माविया अली अपने साथ सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और स्टार प्रचारक जगपाल दास गुर्जर और अन्य नेताओं को लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे और खुद को समाजवादी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बताते हुए उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया था। समाजवादी पार्टी के सिंबल पर माविया अली की ओर से देवबंद से पर्चा भरने के बाद लोकल पॉलिटिक्स गरमा गई थी।
पूर्व विधायक इमरान मसूद ने मीडिया कर्मियों को बताया था कि कार्तिकेय राणा ही सपा के अधिकृत प्रत्याशी हैं। मसूद का कहना था कि हमारे पास राज्यसभा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल वर्मा का लेटर है। इसमें साफ है कि कार्तिकेय राणा ही समाजवादी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी हैं। देवबंद सीट पर सपा के दो प्रत्याशी होने की बात पर इमरान का कहना था कि अच्छी बात है। हमारी पार्टी में टिकट लेने की होड़ लगी हुई है।
माविया अली का राजनीतिक सफर में पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजेंद्र राणा का बहुत अहम योगदान रहा। राजेंद्र राणा ने ही माविया को राजनीति ककहरा सिखाया। 2012 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में देवबंद नगरपालिका परिषद का सभासद रहते हुए माविया ने राजेंद्र राणा के चुनाव की कमान संभाली थी। राणा चुनाव जीतकर प्रदेश सरकार में मंत्री बने। इसके बाद हुए नगरपालिका चुनाव में माविया अली ने चुनाव जीतकर चैयरमैन बन गए। 2017 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के कुंवर बृजेश सिंह देवबंद सीट पर माविया अली को हराकर विधायक बने थे।
योगी सरकार ने 2017 के बाद फरमान जारी किया कि स्वतंत्रता दिवस पर सभी मदरसों में राष्ट्रगान हो और उसकी वीडियो बनाई जाए। इस पर माविया अली ने कहा था कि मैं पहले मुसलमान हूं, उसके बाद भारतीय। कोई हमारे ऊपर जबरदस्ती नहीं कर सकता। माविया के इस बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था। पूर्व विधायक माविया अली आसाम के सांसद बदरुद्दीन अजमल के साथ विवाद को लेकर भी सुर्खियों में रह चुके हैं।