अमरिंदर की महिला मित्र और पाक खुफिया एजेंसी के कनेक्शन की चन्नी सरकार कराएगी जांच

चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए अब बेहद कम वक्त बचा है। अभी से पंजाब में सियासी पारा काफी चढ़ा हुआ है। नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना चीफ जनरल बाजवा का करीबी बताने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर को अब चन्नी सरकार इसी मुद्दे पर घेरने की तैयारी में है। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार अमरिंदर की पाकिस्तानी दोस्त अरूसा आलम की आईएसआई से लिंक की जांच करेगी। अरूसा पाकिस्तान की डिफेंस जर्नलिस्ट हैं।

सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाक महिला मित्र व पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के कनेक्शन की जांच के लिए कार्यवाहक डीजीपी इकबाल प्रीत सहोता को आदेश दिए। रंधावा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को बार-बार आगाह करने के बावजूद उनकी पाक महिला मित्र साढ़े चार साल तक सरकारी कोठी में रही।

जालंधर में पत्रकारों से बातचीत में डिप्टी सीएम रंधावा ने कहा कि कैप्टन को कैसे पता चला कि पंजाब पर आईएसआई का खतरा है। मतलब, उन्हें कोई न कोई जानकारी दे रहा था। रंधावा ने मौके पर ही डीजीपी इकबालप्रीत सिंह सहोता को आदेश दिए कि इसकी बारीकी से जांच की जाए। उन्होंने कहा कि ईडी केस का सामना करने और पाकिस्तानी नागरिक को शरण देने के बाद से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया है।

चन्नी सरकार ने अमरिंदर पर ऐसे समय में सवाल खड़े किए हैं, जब पूर्व सीएम लगातार पंजाब की सुरक्षा का मुद्दा उठा रहे हैं और उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। अमरिंदर ने कहा है कि सिद्धू की पाकिस्तान और आईएसआई के साथ नजदीकी है। कैप्टन ने पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और एनएसए अजित डोवाल से भी मुलाकात की थी।

कौन है अरूसा आलम?
गुजरे जमाने के पाकिस्तानी नेता अकलीम अख्तर की बेटी अकलीम अख्तर पत्रकार हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमरिंदर सिंह की 2004 में अरूसा आलम से उस समय मुलाकात हुई थी जब कैप्टन पाकिस्तान गए थे। यह पहली बार नहीं है जब अरूसा का नाम पाकिस्तान की राजनीति में घसीटा गया है। वास्तव में इस साल अगस्त में सिद्धू के तत्कालीन सलाहकार मलविंदर सिंह माली ने अमरिंदर और अरूसा की तस्वीर साझा करके सवाल खड़े किए थे। माली ने लिखा था, ”मैं सोचता था कि यह आपका पर्सनल मुद्दा है, लेकिन आपने नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार को कांग्रेस की राजनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ दिया। मैं इसे पोस्ट करने के लिए मजबूर हूं।

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