आतंकी वारदातों के बीच जम्मू-कश्मीर पहुँचे सेना प्रमुख एमएम नरवणे

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से बढ़ रही आतंकी घटनाओं को देखते हुए सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे जम्मू पहुंचे गए हैं। वह दो दिनों तक जम्मू के इलाके में रहकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। घाटी में गैर-कश्मीरियों और गैर मुसलमानों को मारा जा रहा है और प्रदेश छोड़कर जाने की धमकी दी जा रही है।

सेना प्रमुख आज पुंछ के उन इलाकों का दौरा करेंगे जहां पर 10 अक्टूबर से आतंकियों के साथ मुठभेड़ जारी है। सेना के इस ऑपरेशन में सेना के दो जेसीओ समेत 9 जवान शहीद हो गए हैं, जिसके बाद सेना प्रमुख का यह पहला दौरा है। सेना प्रमुख अग्रिम इलाकों का भी दौरा करेंगे और ग्राउंड में तैनात सैनिकों और कमांडरों से बातचीत करेंगे। सेना प्रमुख को नियंत्रण रेखा के साथ सुरक्षा ग्रिड और आंतरिक इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों के बारे में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और स्थानीय गठन कमांडर जानकारी देंगे। छह महीने की शांति के बाद, भीतरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां तेज हो गई हैं और जम्मू क्षेत्र में संघर्ष विराम उल्लंघन के प्रयास भी बढ़ रहे हैं।

जम्मू कश्मीर में पनप रहे नए आतंकी संगठन नए पैतरों से दहशत फैला रहे हैं। जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को आतंकवादियों ने दो गैर-स्थानीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और एक अन्य को घायल कर दिया था। जम्मू कश्मीर में 24 घंटे से भी कम समय में गैर-स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला था। इससे पहले बिहार के एक रेहड़ी-पटरी वाले और उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई की शनिवार शाम को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

बाहरी के साथ स्थानीय अल्पसंख्यक भी निशाने पर
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में घाटी में गैर मुस्लिमों के नाम आतंकियों को देने की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि कुछ गैर मुस्लिमों के नाम स्थानीय आतंकियों को दिए गए हैं और हम उन लोगों को सुरक्षित रखने में कामयाब होंगे। मौजूदा समय में घाटी में 3 से 4 लाख बाहरी लोग रह रहे हैं। आतंकी न सिर्फ बाहरियों बल्कि स्थानीय अल्पसंख्यकों को भी निशाना बना रहे हैं। इसमें स्थानीय लोगों के साथ ही बिहार-यूपी के प्रवासी मजदूर भी शामिल हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान ने कश्मीर के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और प्रवासी मजदूरों के भीतर डर पैदा करने की रणनीति पर काम कर रहा है।

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