Flooding relief arrangement मौसम विभाग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद सहित सात जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। इसके चलते मुरादाबाद में बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन ने अभी से तैयारी करनी शुरू कर दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। मौसम विभाग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद सहित सात जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। इसके चलते मुरादाबाद में बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन ने अभी से तैयारी करनी शुरू कर दी है। रामगंगा नदी में उफान आने पर बाढ़ से प्रभावित होने वाले तहसील सदर के 23 गांवों की कड़ी निगरानी कराई जा रही है। अन्य तहसीलों में भी बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों के लोगों को अभी से अलर्ट किया गया है। अगले-एक दो दिन में बाढ़ चौकियां खोल दी जाएंगी। राहत के लिए प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। हालांकि बाढ़ खंड के अधीक्षण अभियंता मनोज कुमार का कहना है कि अभी दो महीने तक बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। फिर भी प्रशासन के साथ मिलकर बाढ़ खंड तैयारियां अभी से कर रहा है।
अपर जिलाधिकारी प्रीति जायसवाल ने बताया कि नदी के किनारे बसे गांवों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। उन्हें बताया गया है कि वह किनारों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट हो जाएं और यदि कोई स्थान नहीं हो तो कंट्रोल रूम को बताएं ताकि उनके सुरक्षित रहने की व्यवस्था कराई जा सके। इसकी सूचना संबंधित तहसील लेखपाल को दे सकते हैं। यह भी देखा जाता है कि नदी के किनारे कुछ लोग अवैध रूप से रहने लगते हैं। ऐसे लोग बाढ़ से पहले ही सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं तो बेहतर होगा। ठाकुरद्वारा तहसील में रायपुर गांव में बाढ़ का पानी भर जाता है, वहां पर भी सिंचाई विभाग द्वारा काम किया गया है। इस वर्ष गांव में पानी आने की संभावना नहीं है। इसी प्रकार हरिदेवपुर, लोडिया, मूंढापांडे में भी जो कटान होने लगता था उस पर भी काम किया गया है, वह भी बाढ़ से बचा रहेगा। बाढ़ राहत के लिए 34 चौकियां खोली जाएंगी। इन पर तैनात कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है।
इन नंबरों पर करें फोन
कंट्रोल रूम: 0591-24212728
एडीएम वित्त एवं राजस्व का मोबाइल नंबर- 9454417643
आपदा एक्सपर्ट का मोबाइल नंबर- 7500410621
बाढ़ से राहत को बनी कार्ययोजना
15 जून से बाढ़ कंट्रोल रूम काम करेगा, जिले की सभी बाढ़ चौकियां अलर्ट रहेंगी, राहत की सामग्री आवश्यकता अनुसार वितरित की जाएगी, आवश्यकता पड़ने पर शेल्टर होम बनाए जाएंगे, ग्राम वासियों के लिए बिजली पानी खाने, बच्चों के पढ़ने व मनोरंजन की व्यवस्था होगी, मेडिकल सुविधाएं भी होंगी, पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था भी की जाएगी, सीएचसी, पीएचसी पर सांप के काटने पर लगाए जाने वाले इंजेक्शन भी उपलब्ध हैं, एसडीआरएफ की एक टुकड़ी जनपद में बाढ़ राहत के लिए तैयार है, आवश्यकता पड़ने पर नाम और नाविकों की व्यवस्था भी होगी।
तहसील सदर के 23 गांव होते हैं प्रभावित
एसडीएम सदर प्रशांत तिवारी ने बताया कि वर्ष 2010 में आई बाढ़ से प्रभावित 23 गांव के हिसाब से ही कार्ययोजना बनी है। हमारे पास बाढ़ से निपटने के लिए सारी व्यवस्था है। लेखपालों को अलर्ट कर दिया गया है। रामगंगा किनारे के गांव इस्लामनगर, काफियाबाद के लोगों को बाढ़ से बचाव से इंतजाम रखने को कहा गया है। जरूरत पड़ने पर गांव के लोगों को फोन करने के लिए कह दिया है।
बाढ़ से अभी घबराने की जरूरत नहीं है। अभी तो कालागढ़ डाम में पानी 337 मीटंर पर चल रहा है। 355 मीटर तक पानी पहुंचने के बाद डाम से छोड़े जाने की संभावना रहती है। अभी दो महीने तक बाढ़ आने का कोई खतरा नहीं है। लेकिन, हमने व्यवस्थाएं करनी शुरू कर दी हैं।
मनोज कुमार, अधीक्षण अभियंता, बाढ़ खंड, मुरादाबाद- साभार-दैनिक जागरण
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