चेतन के पिता ऑटो ड्राइवर थे; ट्रेनिंग के लिए जूते तक नहीं थे, अब IPL में मचा रहे धूम

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गुजरात के भावनगर जिले के रहने वाले चेतन सकारिया इन दिनों IPL में धूम मचा रहे हैं। हर कोई चेतन की तारीफ कर रहा है, लेकिन उनका यहां तक का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है। हाल ही में अपने छोटे भाई को खो चुके चेतन के पिता ऑटो ड्राइवर थे। पांच साल पहले वह एक गंभीर हादसे का शिकार हो गए, जिसके बाद परिवार की पूरी जिम्मेदारी चेतन के कंधों पर आ गई। इसके बाद भी चेतन ने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा। वे प्रैक्टिस के साथ-साथ पार्ट टाइम जॉब भी करते थे, ताकि परिवार का खर्च निकाल सके। उनके मुश्किल हालात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि कुछ दिन पहले तक चेतन के पास ट्रेनिंग के लिए जूते तक नहीं थे।

चेतन के अब तक के सफर को लेकर दैनिक भास्कर ने उनकी मां वर्षा सकारिया और बहन जिज्ञासा से विस्तार से बातचीत की। आज की पॉजिटिव खबर में पढ़िए चेतन के संघर्ष और कामयाबी की कहानी…

अपने छोटे भाई राहुल और छोटी बहन जिज्ञासा के साथ चेतन सकारिया।

एक महीने छोटे भाई की मौत की खबर परिवार ने 10 दिन तक छुपाए रखी

IPL ऑक्शन से कुछ दिन पहले चेतन के छोटे भाई राहुल ने सुसाइड कर ली, लेकिन परिवार ने इसकी जानकारी चेतन को नहीं दी। चेतन की मां वर्षा सकारिया बताती हैं कि राहुल ने जब सुसाइड की, तब चेतन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे। हम नहीं चाहते थे कि उनका खेल प्रभावित हो। हमें पता था कि अगर उसे बता दिया तो वह क्रिकेट नहीं खेल पाएगा। चेतन जब भी फोन पर राहुल के बारे में पूछता या बात करने के लिए बोलता तो हम कोई न कोई बहाना बना देते थे।

अपने परिवार के साथ चेतन। चेतन का परिवार गुजरात के भावनगर में रहता है।

चेतन की छोटी बहन जिज्ञासा कहती हैं कि तकदीर हमें रुला रही थी, लेकिन हम हंसने की कोशिश कर रहे थे। आज हम सभी चेतन की कामयाबी से बहुत खुश हैं, लेकिन हर बार राहुल की याद आ जाती है कि वह हमारे साथ नहीं। वो कहती हैं कि हमें आज तक यह नहीं पता चल सका है कि राहुल ने सुसाइड क्यों किया? राहुल जिम्मेदार लड़का था। अपनी पढ़ाई के साथ मामा की दुकान पर काम करता था। मेरी पढ़ाई के साथ-साथ वह चेतन के क्रिकेट को लेकर भी ध्यान रखता था।

राहुल, चेतन के लिए ऑल-इन-वन था : मां

चेतन की मां वर्षा बताती हैं कि दोनों भाइयों में लगाव बहुत ज्यादा था। चेतन के लिए राहुल ही सब कुछ था। वे 5 मिनट भी एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे। ऑल-इन-वन। जब चेतन घर लौटे तो उन्होंने 12 दिनों तक किसी से बात तक नहीं की। वे सभी से कह रहे थे कि मुझे सोने दो। कुछ समय बाद मामा के घर गए, तब जाकर नॉर्मल हुए।

2019 में दो साल का वक्त मांगा

चेतन की बहन जिज्ञासा बताती हैं कि हम अपने भाई की कामयाबी से बहुत खुश हैं, लेकिन राहुल की याद हमें रुला देती है।

चेतन पर परिवार चलाने का बोझ बढ़ता जा रहा था। वे छोटी-मोटी नौकरी करते थे, लेकिन क्रिकेट की वजह से कोई बड़ी जॉब नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने अपनी मां और मामा से दो साल का वक्त मांगा था। उनकी मां बताती हैं कि चेतन ने हमसे कहा कि मुझे दो साल दो, मैं खुद को साबित कर दूंगा। वे कहती हैं कि हमें भी उस पर भरोसा था, मैंने कहा कि तुम अपना 100% दो। तुम एक दिन जरूर कामयाब बनोगे। जब चेतन का IPL के लिए चयन हुआ तो हम बहुत खुश हुए। चेतन ने कहा कि मां तुम्हारे व्रत का फल मिला है, हम करोड़पति हो गए।

महज 20 लाख था बेस प्राइज

चेतन 20 लाख के बेस प्राइस के साथ IPL ऑक्शन में आए थे, लेकिन उन्हें अपनी टीम में शामिल करने के लिए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और राजस्थान रॉयल्स दोनों में होड़ देखी गई। आखिर में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.2 करोड़ रुपए देकर अपनी टीम में शामिल किया।

ये चेतन के बचपन की रेयर तस्वीरों में से एक है। ये तस्वीर उनकी कहानी को बयां कर रही है।

चेतन के डेब्यू मैच के बाद मोहल्ले में हुई आतिशबाजी

चेतन ने IPL में अपने पहले मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए तीन विकेट झटके थे। उनकी बहन ने कहा – हम 6 बजे से ही भाई का पहला मैच देखने के लिए तैयार थे। उन्होंने बहुत अच्छी गेंदबाजी की और 3 विकेट लिए, हम सब बहुत खुश थे। मैच के बाद मोहल्ले में जमकर आतिशबाजी हुई और उत्सव जैसा माहौल था।

चेतन का परिवार अभी एक रूम और एक हॉल में रहता है। उनकी मां कहती हैं कि चेतन चाहता है कि पूरा परिवार राजकोट में शिफ्ट हो जाए। वहां रहने से उसे ट्रेनिंग और प्रैक्टिस करने में भी आसानी होगी। इसलिए IPL के बाद हम राजकोट में शिफ्ट हो जाएंगे।

जुनैद खान की एक्शन कॉपी कर फास्ट बॉलर बना

चेतन को बचपन से क्रिकेट का शौक रहा है। पहले वे बैट्समैन बनना चाहते थे, लेकिन फिर गेंदबाज बन गए।

चेतन बताते हैं कि युवराज सिंह मेरे फेवरेट प्लेयर हैं। हालांकि मैं फास्ट बॉलर बना, उसके पीछे की कहानी अलग है। साल 2010 में पाकिस्तान की टीम भारत आई थी। उस दौरान पाकिस्तानी बॉलर जुनैद खान ने बहुत अच्छी बॉलिंग की थी। उन्होंने विराट कोहली सहित कई खिलाड़ियों को बोल्ड किया था। उनकी बॉलिंग मुझे इतनी पसंद आई कि उसके बाद मैं उनका एक्शन कॉपी करने लगा और फास्ट बॉलर बन गया।

मैचों के लिए बोर्ड के एग्जाम भी छोड़ दिए

क्रिकेट के अपने शौक के बारे में चेतन बताते हैं कि मैं अक्सर घर में बिना बताए क्रिकेट खेलने चला जाता था। क्रिकेट खेलने के लिए मैंने 12वीं में कई बार क्लास ड्रॉप की। यहां तक कि डिस्ट्रिक्ट मैचों के लिए बोर्ड के एग्जाम भी स्किप कर दिए और ड्रॉप आउट हो गया। हालांकि उस दौरान इतना परफेक्ट नहीं था कि स्टेट टीम में सिलेक्शन हो पाता। हालांकि भवसिंहजी क्रिकेट क्लब ने मेरी फीस माफ कर दी थी, उसे मैं कभी नहीं भूल सकता।

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा के साथ चेतन सकारिया।

MRF अकादमी में मैकग्रा ने ट्रेनिंग दी

चेतन बताते हैं कि चेन्नई स्थित MRF अकादमी में मैंने ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज फास्ट बॉलर ग्लेन मैकग्रा से ट्रेनिंग ली। वे मेरे पेस से प्रभावित थे और उन्होंने ही मुझे सिखाया कि मैं किस तरह 130 की स्पीड से बॉलिंग कर सकता हूं।

IPL से पहले चेतन सौराष्ट्र प्रीमियर लीग में मैन ऑफ द सीरीज रह चुके हैं। इस लीग में उन्होंने 5 मैच में 12 विकेट लिए थे। एक मैच में 7 रन देकर उन्होंने हैट्रिक भी ली थी और अपनी टीम को जीत दिलाई थी।

IPL 2020 में RCB के साथ नेट बॉलर के रूप में जुड़े थे

चेतन बताते हैं कि पिछले साल RCB ने मुझे नेट बॉलर के रूप में टीम से जुड़ने का ऑफर दिया था। इस दौरान मैं करीब ढाई महीने तक दुबई में रहा था। इस दौरान मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। डेल स्टेन के साथ अच्छा समय बीता। मैं जब भी विराट कोहली और ऐबी डिविलियर्स के सामने बॉलिंग करता था तो अंदर से एक अलग ही तरह का कॉन्फिडेंस आ जाता था। साभार-दैनिक भास्कर

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