दिल्ली पुलिस ने मेट्रो की ब्लू लाइन (नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से द्वारका) पर सिग्नलिंग केबल चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी की 52 मीटर लंबी केबल, टाटा ऐस लोडर, और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राशिद मलिक (बागपत), शाहरुख मलिक (मुस्तफाबाद), रमजान (गोकलपुरी), और जुनैद उर्फ भूरा (गाजियाबाद) के रूप में हुई है। इस गिरोह ने मोती नगर और कीर्ति नगर मेट्रो स्टेशनों के बीच 140 मीटर लंबी केबल काटकर चोरी की थी।
गिरफ्तारी कैसे हुई? राजा गार्डन मेट्रो थाने की पुलिस टीम ने 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद आरोपियों का पता लगाया। छापेमारी कर चारों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया। हालांकि, गिरोह के अन्य सदस्य जैसे मासूम, फैजल, इस्लाम, नदीम, सिद्धू, तेली, और सरफराज अभी फरार हैं।
गिरोह का काम करने का तरीका गिरोह पहले इलाके की रेकी करता था। मेट्रो के एलिवेटेड ट्रैक पर चढ़ने के लिए रस्सी और हुक का उपयोग करता। कटे हुए केबल को लोडर वाहन में भरकर फरार हो जाता। केबल कबाड़ी को 500-700 रुपये प्रति मीटर में बेच दी जाती थी।
मेट्रो संचालन पर असर चोरी की गई केबल मेट्रो ट्रैक सर्किट में डाटा भेजने के लिए उपयोग होती है। इससे पटरियों पर ट्रेन की स्थिति का पता चलता है। केबल कटने से ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो जाती है, और परिचालन मैनुअल मोड में करना पड़ता है।
डीएमआरसी की प्रतिक्रिया दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम मेट्रो सेवाओं में व्यवधान रोकने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को हतोत्साहित करने में सहायक होगा।
इस मामले में पुलिस गिरोह के बाकी फरार सदस्यों को पकड़ने के लिए प्रयासरत है।
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