चक्रवात की चेतावनी: तटीय राज्यों में सतर्कता बढ़ी, 178 ट्रेनें रद

भुवनेश्वर:- बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र ने चक्रवात ‘दाना’ का रूप ले लिया है, जो 24 अक्टूबर की सुबह बंगाल की उत्तरी खाड़ी में पहुंचने की संभावना है। इसके बाद यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर ओडिशा के पुरी और बंगाल के सागर दीपपुंज के बीच तट को पार करेगा। चक्रवात के दौरान हवा की गति लगभग 120 किलोमीटर प्रति घंटे रहने का अनुमान है।
तटीय सुरक्षा की तैयारी/ मौसम विभाग की चेतावनी
चक्रवात की चेतावनी के चलते ओडिशा सरकार ने स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं, और सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां 26 अक्टूबर तक रद्द कर दी गई हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का तीन दिवसीय ओडिशा दौरा भी टाल दिया गया है। राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि 10 तटीय जिलों में 17 ओडीआरएएफ टीमें तैनात की गई हैं।
भुवनेश्वर मौसम विभाग की निदेशिका, मनोरमा महापात्र ने कहा है कि चक्रवात के चलते राज्य के सभी जिलों में भारी वर्षा की संभावना है, जो 25 अक्टूबर तक जारी रह सकती है। इसके प्रभाव से झारखंड और बंगाल के तटीय क्षेत्रों में भी बारिश की उम्मीद है।
परिवहन प्रभावित
चक्रवात के कारण ओडिशा से गुजरने वाली 178 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जिनमें प्रमुख ट्रेनें जैसे हावड़ा-सिकंदराबाद, नई दिल्ली-भुवनेश्वर और हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट शामिल हैं। पुरी-हावड़ा रूट पर इन ट्रेनों का परिचालन 23 से 25 अक्टूबर तक अवरुद्ध रहेगा।
आपातकालीन सेवाएं सक्रिय
भारतीय तटरक्षक बल ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी सेवाएं पूरी तरह सतर्क कर दी हैं। उन्होंने मछुआरों और नाविकों को नियमित मौसम चेतावनी और सुरक्षा संबंधी सलाह जारी की है। चक्रवात ‘दाना’ की तैयारी और इससे जुड़े एहतियाती कदमों ने ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में लोगों में चिंता बढ़ा दी है, लेकिन प्रशासन सभी आवश्यक उपाय कर रहा है ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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