गाजियाबाद कड़कड़ मॉडल गांव में डिप्थीरिया (गलाघोंटू) से चौथी मौत का मामला सामने आया है। बुधवार को नौ वर्षीय बच्ची शारदा की जान चली गई, जबकि मंगलवार को 11 वर्षीय मयंक ने भी बीमारी के कारण दम तोड़ दिया। इस खतरनाक स्थिति ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अब तक जिले में 14 बच्चों में डिप्थीरिया की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से चार की मृत्यु हो चुकी है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल ने बच्ची की मौत की पुष्टि की और बताया कि टीकाकरण की स्थिति की जांच की जा रही है। अगर टीकाकरण के बाद बच्चों की मौत हुई है, तो टीके की गुणवत्ता की जांच की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आसपास के क्षेत्रों में सर्वे शुरू कर दिया है, जहां टीकाकरण से छूटे बच्चों की पहचान की जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ की टीम भी इस मामले में मदद कर रही है। यह चिंता का विषय है कि कड़कड़ मॉडल गांव के आसपास कई बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है।
विजयनगर के खैराती नगर में भी एक बच्चा डिप्थीरिया के कारण इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती है, लेकिन उसकी हालत में सुधार हो रहा है। अब स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर टीकाकरण कराने का निर्णय लिया है।