2027 तक Retail Market 1.4 लाख करोड़ USD तक पहुंच जाएगा, भारत होगा सबसे तेजी से बढ़ता बाजार; रिलायंस की सालाना रिपोर्ट

अपनी सालाना रिपोर्ट में रिलायंस ने अनुमान लगाया है कि अगले तीन वर्षों में खुदरा बाजार 1.4 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर (USD) तक पहुंच जाएगा। कंपनी ने भारत को सबसे तेजी से बढ़ता बाजार बताया है। रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने लगातार चौथे साल कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है, जबकि उनका सालाना वेतन 15 करोड़ रुपये है।

देश का Retail Market दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है और 2027 तक 1.4 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। रिलायंस की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2030 तक खुदरा क्षेत्र में तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन जाएगा। बढ़ते शहरीकरण, बढ़ती आमदनी और महिलाओं के रोजगार में वृद्धि खुदरा क्षेत्र की वृद्धि को समर्थन प्रदान करेगी। रिपोर्ट के अनुसार, प्रीमियम और लग्जरी उत्पादों की बढ़ती मांग खुदरा बाजार की वृद्धि को और तेज करेगी, जो बढ़ती खर्च योग्य आय और विकसित होती प्राथमिकताओं को दर्शाती है। यह वृद्धि विभिन्न शहरी वर्गों में फैल रही है, जिससे कई स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड और निर्माता लाभान्वित हो रहे हैं। रिलायंस रिटेल दुनिया के 100 प्रमुख रिटेलर्स में शामिल है।
डाटा ट्रैफिक में जियो का 60% हिस्सा
रिपोर्ट के अनुसार, दूरसंचार कंपनियों के डाटा ट्रैफिक में जियो की हिस्सेदारी 2023-24 में बढ़कर 60 प्रतिशत हो गई है। मार्च 2024 की तिमाही में प्रति ग्राहक औसत डाटा उपयोग मासिक 28.7 जीबी रहा है। कंपनी के पास 48.18 करोड़ ग्राहक हैं, जिनमें से 10.8 करोड़ 5जी उपयोगकर्ता हैं।
अंबानी ने चौथे साल भी वेतन नहीं लिया
रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने लगातार चौथे वर्ष भी कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है। हालांकि, अन्य सभी खर्चे कंपनी द्वारा वहन किए गए हैं। अंबानी का वार्षिक वेतन 15 करोड़ रुपये है।
रिलायंस ने 1.86 लाख करोड़ रुपये का कर अदा किया
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2023-24 में कुल 1,86,440 करोड़ रुपये का टैक्स अदा किया है, जो कि 2022-23 के मुकाबले 9,000 करोड़ रुपये अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार, बाजार पूंजीकरण के मामले में रिलायंस दुनिया की 48वीं सबसे बड़ी कंपनी है। इसका समेकित राजस्व भी 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। पिछले वित्त वर्ष में रिलायंस ने लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का निर्यात किया और इस दौरान समूह ने 1.35 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया।
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