लखनऊ। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। खुद पीएम मोदी इसकी समीक्षा करेंगे कि कहां गलती हुई। समीक्षा के लिए दिल्ली में आज शाम को बैठक होगी। इसमें भाजपा के सहयोगी दल भी शामिल होंगे। इस बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत दोनों डिप्टी सीएम, संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह दिल्ली पहुंच गए हैं। जबकि शाम को सीएम योगी भी दिल्ली भी पहुंच जाएंगे।
बताया जा रहा है कि इस बैठक के दौरान भूपेंद्र चौधरी इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। खबर यह भी है कि यूपी की कमान राष्ट्रीय संगठन महामंत्री सुनील बंसल को मिल सकती है। मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव हो सकते हैं। प्रशासनिक बदलाव भी होंगे। सरकार जनता में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए कुछ नए कार्यक्रम भी शुरू कर सकती है। ताकि एंटी-इनकंबेंसी दूर हो। रोजगार के रास्ते तलाशेगी। इस चुनाव में संघ एक्टिव नहीं रहा। इसलिए संघ की नाराजगी को दूर करने की कोशिश की जाएगी।
ये रही यूपी की स्थिति
भाजपा को यूपी की 80 सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर चल रही थी, लेकिन 29 सीटों का बड़ा नुकसान हुआ है। पार्टी 62 से सिमटकर 33 सीटों पर आ गई है। वोट शेयर भी 8.63% घटकर 41.37% हो गया है। दूसरी तरफ, इंडिया गठबंधन ने 43 सीटों पर कब्जा जमाया। अकेले सपा ने 37 सीटें जीत लीं। कांग्रेस के खाते में 6 सीट आई है। 1 सीट आजाद समाज पार्टी को मिली है। सपा-कांग्रेस के वोट शेयर में पिछले चुनाव से करीब दोगुना उछाल आया। सपा को 33% जबकि कांग्रेस को 9% वोट मिले हैं। 2019 में 24% वोट (कांग्रेस-6%, सपा-18%) मिले थे।