नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में खाद्यान्न वितरण के लिए 11 राज्यों में 11 पैक्स गोदामों का शुभारंभ किया और 500 पैक्स में गोदामों के निर्माण की आधारशिला रखी। इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़’ के तहत छत्तीसगढ़ में 34,427 करोड़ रुपए की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण गरीब, किसान, युवा और नारीशक्ति के सशक्तिकरण से होगा। विकसित छत्तीसगढ़ की नींव आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से मजबूत होगी।
पीएम ने कहा कि विकसित भारत की अमृत यात्रा में एक और बड़ी उपलब्धि का साक्षी बन रहा है। सहकार से समृद्धि का जो संकल्प देश ने लिया है, उसे साकार करने की दिशा में आज हम और आगे बढ़ रहे हैं। खेती और किसानी की नींव को मजबूत करने में सहकारिता की शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है, इस सोच के साथ हमने अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन किया है। आज हमने अपने किसानों के लिए दुनिया की सबसे बड़ी भंडारण योजना शुरू की है। इसके तहत देश के कोने-कोने में हजारों वेयर हाउसेस बनाए जाएंगे, हजारों गोदाम बनाए जाएंगे। आज 18 हजार पीएसीएस के कम्प्यूटरीकरण का बड़ा काम भी पूरा हुआ है। मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि सहकारिता केवल व्यवस्था नहीं है, सहकारिता एक भावना है, एक मनोभाव है। सहकारिता की ये मनोभाव कई बार व्यवसायों और संसाधानों की सीमाओं से परे आश्चर्यजनक परिणाम देती हैं। सहकार, जीवनयापन से जुड़ी एक सामान्य व्यवस्था को बड़ी औद्योगिक क्षमता में बदल सकता है। ये देश की अर्थव्यवस्था, खासकर ग्रामीण और कृषि से जुड़ी अर्थव्यवस्था के कायाकल्प का एक प्रमाणिक तरीका है। देश में डेयरी और कृषि में सहकार से किसान जुड़े हैं, उनमें करोड़ों की संख्या में महिलाएं ही हैं। महिलाओं के इसी सामर्थ्य को देखते हुए सरकार ने भी सहकार से जुड़ी नीतियों में उन्हें प्राथमिकता दी है।
घर को सोलर बनाने की चाह
प्रधानमंत्री ने कहा मोदी हर घर को सूर्य घर बनाना चाहता है। मोदी हर परिवार को घर में बिजली बनाकर, वही बिजली बेचकर कमाई का एक और साधन देना चाहता है। इसी उद्देश्य के साथ हमने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना शुरू की है।
भविष्य का भारत बनाना भूली कांग्रेस
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने सरकारें बार-बार बनाईं, लेकिन भविष्य का भारत बनाना भूल गई क्योंकि उनके मन में सरकार बनाना ही था, देश को आगे बढ़ाना उनका एजेंडा ही नहीं था। आज भी कांग्रेस की राजनीति की दशा और दिशा यही है। कांग्रेस परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण से आगे सोच ही नहीं पाती।