नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2024 में शामिल हुए। यहां उन्होंने कहा कि 2014 से पहले 10 साल में देश में करीब 12 करोड़ गाड़ियां की बिक्री हुई। जबकि 2014 के बाद से देश में 21 करोड़ से अधिक गाड़ियों की बिक्री हो चुकी है। 10 साल पहले लगभग 2,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा रहे थे और अब 12 लाख इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में यात्री वाहनों में लगभग 60ः की वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो ट्रक चलाते हैं, जो टैक्सी चलाते हैं, वो ड्राइवर हमारी सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा हैं। अक्सर ये ड्राइवर्स घंटों-घंटों लगातार ट्रक चलाते हैं, इनके पास आराम का समय नहीं होता। ड्राइवर्स को बीच सफर में आराम देने के लिए केंद्र सरकार ने एक नई योजना पर काम शुरू किया है। इस योजना के तहत सभी नेशनल हाईवेज पर ड्राइवरों के लिए नई सुविधाओं वाले आधुनिक भवनों का निर्माण होगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि रिसर्च और टेस्टिंग को और बेहतर करने के लिए नेशनल प्रोजेक्ट को 3,200 करोड़ रुपए दिए गए हैं। नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन की मदद से भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के निर्माण को नई गति मिली है। उन्होंने कहा कि कल बजट में जिन 3 रेलवे इकोनॉमिक कॉरिडोर की घोषणा की गई है वो भी भारत में इज ऑफ ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ाने का काम करेगी।
25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के प्रयासों से पिछले 10 वर्षों में करीब 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। आज का भारत भविष्य की नीतियों को ध्यान में रखते हुए नई नीतियां बना रहा है और इसमें निश्चित तौर पर मोबिलिटी सेक्टर के लिए विशेष जगह है। कल जो बजट पेश हुआ है आप उसमें भी इसका विजन देख पाते होंगे।
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना तय
आज भारत की अर्थव्यवस्था का तेजी से विस्तार हो रहा है। हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत का दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना तय है। आज का भारत 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में मोबिलिटी सेक्टर एक बहुत बड़ी भूमिका अदा करने वाली है।