शिवपाल के बयान पर बोलीं केंद्रीय मंत्री: जिन्हें राम पर भरोसा वो ऐसा नहीं कहते

अमरोहा। जिले में पहुंची केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने सपा नेता शिवपाल यादव के राम मंदिर के नाम पर फिजूल खर्च वाले बयान पर पर करते हुए कहा कि अगर हम राम मंदिर के नाम पर फिजूल खर्च कर रहे होते तो जिनको राम की मर्यादाओं का ज्ञान है, जिनको राम के नाम में भरोसा है और जो विरासत पर गर्व करते हैं वो इस तरह की बाते नहीं करते।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें दिशा दी है कि 2047 में अगर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है तो अपनी विरासत पर गर्व करना होगा और जब विरासत होगी तभी विकास भी होगा। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसी विरासत पर गर्व करते हुए विकास की यात्रा को पूरा करने का सबने संकल्प लिया है, और जब देश संकल्प लेता है तो समाज आगे एक साथ बढ़ता है। जनता सब समझ चुकी है। इनके बेतुके बयान से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। दरअसल, मुचेहरा गांव में कंबल वितरण समारोह में सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भगवान राम के मन्दिर निर्माण को लेकर कहा कि भगवान राम केवल भाजपा के ही नहीं हैं सभी के हैं, लेकिन प्रचार ऐसा हो रहा है कि जैसे भगवान राम केवल भाजपा के हैं। सपा नेता शिवपाल यादव ने आगे कहा कि भाजपा बेफिजूल का खर्चा कर रही है। इस खर्चे को गरीबों और उपेक्षितों की मदद के लिए करना चाहिए था, लेकिन केवल पूंजीपतियों के लिए काम किया जा रहा है। सरकार विदेश से कर्जा ले रही है और ऐसे पैसा बहा रही है।

22 जनवरी को बंद रहेंगे शैक्षणिक संस्थान
राम मंदिर की प्रमाण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में लोगों की निगाहें 22 जनवरी पर टिकी हुई है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर 22 जनवरी को राज्य भर के सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा है कि इस दिन राज्य में शराब की दुकानें बंद रहेंगी।

राम मंदिर को बनाने में राजस्थान सरकार का बड़ा योगदान
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि राम मंदिर को बनाने में राजस्थान सरकार का बहुत बड़ा योगदान है, लेकिन इसका कोई नाम नहीं ले रहा है न पीएम मोदी ने लिया न ही किसी और ने नाम लिया। कम से कम राजस्थान सरकार को याद तो करते और धन्यवाद तो देते। बुलाए चाहे नहीं मैं बिना बुलाए भी जाऊंगा। कब जाऊंगा ये मेरी मर्जी है।

Exit mobile version