गाजियाबाद। दिवाली का पांच दिवसीय पर्व बीतने के बाद ही अब छठ पूजा का पर्व शुरू होने जा रहा है। पूर्वांचल समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इसको लेकर गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारों की सफाई शुरू कर दी गई है। ताकि यहां पहुंचने वाली महिला श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न होने पाए।
दिवाली के छठे दिन छठ मैया की पूजा बड़े धूमधाम से होती है। यह त्योहार चार दिन चलता है। जिसमें पानी में खड़े रहकर सूर्य देवता को अर्क दिया जाता है। हिंडन नदी पर हजारों लोगों की भीड़ जुटती है। जिसको लेकर साफ सफाई और घाट बनाने शुरू कर दिए गए। गाजियाबाद के हिंडन नदी पर छठ की पूजा के दौरान हजारों की भीड़ इकट्ठा होती है। दिवाली के अगली सुबह यहां लोगों ने आकर घाटों की सफाई शुरू कर दी है। साथ ही लोगों ने कई शिकायत भी की है। यहां सफाई कर रहे और घाट बना रहे लोगों का कहना है की पानी में खड़े होकर सूर्य देवता को अर्क दिया जाता है। लेकिन फिलहाल हिंडन नदी का पानी बेहद गंदा है। जिससे बीमारी फैल सकती है। इसके अलावा लोगों ने कहा कि इसकी जिम्मेदारी नगर निगम की होनी चाहिए। जिससे वह साफ सफाई और घाट बनाने का काम करें। लेकिन यह सब आम लोगों को करना पड़ रहा है।
डूबते-उगते सूर्य की होगी पूजा
छठे दिन छठ मैया का त्यौहार मनाया जाता है। जो 4 दिन चलता है। जिसमें डूबते और उगते हुए सूरज को अर्क दिया जाता है। उसे दौरान महिलाएं पानी में खड़े होकर यह अर्क देती हैं। ऐसे में लोगों की चिंता जायज है कि जब हिंडन नदी में पानी ही नहीं है और जो थोड़ा बहुत है। वह बेहद गंदा है तो फिर उनकी पूजा कैसे पूर्ण होगी। फिलहाल हिंडन नदी के घाट पर खुद ही बच्चे बड़े और बुजुर्ग साफ सफाई में जुटे हुए हैं।