शराब घोटाला: ईडी ने नोटिस भेज तलब किए केजरीवाल, सियासत गर्मायी

नई दिल्ली। शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ई़डी ने नोटिस भेज 2 नवंबर को पेश होने को कहा है। केजरीवाल को नोटिस जारी होने के बाद भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई। इससे पहले इसी मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अप्रैल महीने में सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था।

ईडी द्वारा नोटिस भेजे जाने पर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा भाजपा को आम आदमी पार्टी से डर लगता है। दिल्ली और पंजाब में हो रहे हर काम से डर लगता है। इसलिए वो झूठे केस करके आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डालना चाहती है। वे पार्टी को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा होगा नहीं है। वहीं आप नेता संदीप पाठक ने कहा बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी का एक मात्र उद्देश्य यही है कि किसी भी तरीके से अरविंद केजरीवाल को हटाया जाए। पहले उन्होंने कानूनी तरीके से चुनाव के माध्यम से उन्हें रोकने की कोशिश की। पहले दिल्ली और फिर पंजाब में कोशिश की लेकिन दोनों जगह वो फेल हो गए। और जब गुजरात में आम आदमी पार्टी पहुंची तब इन्होंने सोचा कि केजरीवाल को कानूनी तरीके से हराना मुश्किल है। फिर इन्होंने षड्यंत्र करना शुरू किया और हमारे पार्टी के बड़े नेताओं को झूठे आरोपों में गिरफ्तार करना शुरू किया। इसके बाद भी इन्होंने देखा कि पार्टी टूट नहीं रही है। तब इन्होंने आज केजरीवाल को समन जारी करवाया। ये देश के लिए आज दुर्भाग्य है कि पीएम नरेंद्र मोदी जिस तरीके से देश की संस्थाओं को एक-एक करके खत्म कर रहे हैं इतिहास उनको कभी माफ नहीं करेगा।

केंद्रीय मंत्री बोले मुखिया ही ईमानदार नहीं
ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नोटिस जारी किए जाने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा जो ईमानदारी का सर्टिफिकेट देते थे। उनका कैसे एक के बाद दूसरा मंत्री जेल गया और जेल जाने के बाद बेल भी नहीं हुई। जिसका मुखिया ही ऐसा हो, जो ईमानदारी का सर्टिफिकेट बांटता हो तो पता है कि आशीर्वाद किसका था और किसके कहने पर यह भ्रष्टाचार हो रहा था। वहीं बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कहा मुझे लगता है कि शराब घोटाले के जितने भी रास्ते हैं वो एक ही तरफ जा रही हैं और वो इशारा कर रही है। अपनी सरगना की ओर जो कि अरविंद केजरीवाल हैं। चाहे संजय सिंह हो, मनीष सिसोदिया हो या जो जेल में या जमानत में हैं क्या इन सबका लेना देना केजरीवाल से नहीं था। साफ तौर से कहा जा सकता है कि सबके तार जुड़े हुए हैं। ये पूरी कहानी की शुरुआत जो हुई वो केजरीवाल के घर पर खत्म होती है।

नोटिस में कोई दम नहीं
बेटे वैभव गहलोत को ईडी के नोटिस भेजने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कानून को अपना काम करने दीजिए। नोटिस में कोई दम नहीं है, यह एक साधारण नोटिस है। ईडी राजनीतिक लाभ लेने में व्यस्त है। यह बीजेपी का राजनीतिक खेल है। बीजेपी किस खेल को जनता पूरी तरह से समझ चुकी है। इससे पहले भी कई अन्य पार्टियों के नेताओं को भाजपा द्वारा ईडी के चक्कर में फंसाया जा चुका है।

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