कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस की ‘नव सत्याग्रह बैठक

कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के बेलगावी में 26 और 27 दिसंबर को ‘नव सत्याग्रह बैठक’ का आयोजन किया है। यह बैठक महात्मा गांधी की अध्यक्षता में 1924 में हुए कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी को समर्पित है। इस ऐतिहासिक अवसर पर कांग्रेस पार्टी देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा करेगी और केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी रणनीति तैयार करेगी।
बैठक का महत्व
इस दो दिवसीय सत्र में कांग्रेस के शीर्ष नेता, जिनमें पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और सीडब्ल्यूसी सदस्य शामिल हैं, एकत्रित हो रहे हैं। लगभग 200 वरिष्ठ कांग्रेस नेता इस बैठक में भाग ले रहे हैं। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस ऐतिहासिक बैठक का हिस्सा होंगे।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने इस बैठक को भारतीय राजनीतिक इतिहास में एक अहम पड़ाव बताया। उन्होंने कहा कि यह बैठक गांधीजी के सिद्धांतों और बाबासाहेब अंबेडकर के दिखाए मार्ग के प्रति कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दोहराने का प्रयास है।
‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली
बैठक के दूसरे दिन यानी शुक्रवार को ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ नामक रैली का आयोजन होगा। इस रैली का उद्देश्य गांधी, अंबेडकर और भारतीय संविधान के मूल्यों को जनता तक पहुंचाना है। यह रैली दलितों और कमजोर वर्गों के बीच कांग्रेस की पकड़ मजबूत करने के प्रयास का हिस्सा है।
केंद्र सरकार पर हमला
बैठक के दौरान कांग्रेस केंद्र सरकार की नीतियों और अमित शाह द्वारा संसद में संविधान पर दिए गए विवादित बयान पर चर्चा करेगी। कांग्रेस का मानना है कि वर्तमान सरकार लोकतंत्र के मूल लोकाचार को नष्ट करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसे ‘फासीवादी शासन’ करार देते हुए कहा कि पार्टी देश के लोगों को यह याद दिलाने का प्रयास करेगी कि वह इतिहास के सही पक्ष पर खड़ी है।
बेलगावी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
1924 में महात्मा गांधी की अध्यक्षता में बेलगावी में हुए अधिवेशन को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण अध्याय माना जाता है। उस समय शहर को रोशनी से सजाया गया था। इस परंपरा को ध्यान में रखते हुए, इस बार भी राज्य सरकार ने बेलगावी को खूबसूरती से सजाया है। कांग्रेस नेताओं ने स्थानीय जनता से इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने का आह्वान किया है।
कांग्रेस की नई रणनीति
जयराम रमेश के अनुसार, इस बैठक में अगले एक साल के लिए कांग्रेस के कार्यक्रम तय किए जाएंगे। यह माना जा रहा है कि अंबेडकर और संविधान के सहारे कांग्रेस दलित समुदाय और वंचित वर्गों में अपनी पकड़ मजबूत करने का प्रयास करेगी।
‘नव सत्याग्रह बैठक’ न केवल कांग्रेस की ऐतिहासिक जड़ों को पुनर्जीवित करने का प्रयास है, बल्कि यह भविष्य की राजनीतिक दिशा तय करने का भी अवसर है। बेलगावी की ऐतिहासिक धरती से कांग्रेस ने एक बार फिर अपने मूल्यों और सिद्धांतों को मजबूत करने का संकल्प लिया है। यह बैठक पार्टी को नई ऊर्जा और जनता के साथ मजबूत जुड़ाव प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी।
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